Crypto news: अमेरिकी बैन से औंधे मुंह गिरी 'लुटेरों' की क्रिप्टोकरेंसी, जानिए अब क्या रह गया है भाव
कितने लोगों के पास है क्रिप्टोकरेंसी
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में कुल आबादी में से 7.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी थी। कोरोना काल में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। दुनिया में आबादी के अनुपात के हिसाब से सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी यूक्रेन के लोगों के पास है। वहा 12.7 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है। रूस में 11.9 फीसदी, वेनेजुएला में 10.3 फीसदी, सिंगापुर में 9.4 फीसदी, केन्या में 8.5 फीसदी और अमेरिका में 8.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है।
Cryptocurrency Price Today: BitCoin 19 हजार डॉलर के नीचे, लेकिन बढ़ी क्रिप्टो मार्केट में हलचल, चेक करें क्या है इसका मतलब
BitCoin के भाव आज 19 हजार डॉलर के नीचे फिसल गए और इसके चलते अन्य क्रिप्टो करेंसीज पर भी दबाव दिखा
बिटकॉइन सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। ऐसे में अगर इसमें गिरावट आती है तो बाकी भी क्रिप्टोकरेंसीज पर भी असर दिखता है।
Cryptocurrency Price Today: मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (BitCoin) के भाव में गिरावट के चलते वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आज 7 सितंबर को भारी बिकवाली दिख रही है। बिटकॉइन के भाव आज 19 हजार डॉलर के नीचे फिसल गए और इसके चलते अन्य क्रिप्टो करेंसीज पर भी दबाव दिखा। यह लेख लिखे जाते समय बिटक्वाइन के भाव 5 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 18793 डॉलर हैं।
Cryptocurrency Market Crash: Bitcoin, Ether, Dogecoin के क्यों गिरे दाम?
Cryptocurrency Market Crash: मंगलवार यानी 12 अप्रैल को क्रिप्टोकरेंसी मार्केट क्रैश हो गई। बिटकॉइन, इथेरियम, डॉगेकॉइन के अलावा कार्डानो और एवालांशे जैस क्रिप्टोकरेंसीज में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल टोकन 7 फीसदी से अधिक गिरकर 39,416 डॉलर हो गया, पहली बार बाजार मूल्य के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 16 मार्च के बाद से 40,000 डॉलर से नीचे रही है।
इथेरियतम और डॉगेकॉइन में गिरावट
मार्केट कैप के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी ईथरियम भी 6फीसदी से अधिक नीचे है, जो 3,000 डॉलर से नीचे था। डॉगकोइन, शीबा इनु ने लगभग 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जबकि एवालांशे, कार्डानो, सोलाना, टेरा, एक्सआरपी जैसे अन्य टोकन पिछले 24 घंटों में 6-11फीसदी की कटौती के साथ कारोबार कर रहे हैं। ग्लोबल क्रिप्टोक्यूरेंसी मार्केट कैप आज 6 फीसदी गिरकर 1.93 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।
30 हजार डॉलर तक जा सकते हैं बिटकॉइन के दाम
क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बिटमेक्स के सह-संस्थापक आर्थर हेस के अनुसार, बिटकॉइन, बाजार मूल्य के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी जून तक 30,000 डॉलर तक गिर सकती है। एक ब्लॉग पोस्ट में, उन्होंने यह भी कहा कि वही गतिशील ईथर को 2,500 डॉनर तक जा सकता है। बिटकॉइन और ईथर नैस्डैक 100 से अत्यधिक सहसंबद्ध हैं। यदि एनडीएक्स टैंक है, तो यह इसके साथ क्रिप्टो को नीचे ले जाएगा।
फेड की टाइट पॉलिसी बनी वजह
टाइट मॉनेटरी पॉलिसी के बारे में चिंताओं से क्रिप्टोकरेंसी कम हो गई है। यहां तक कि मियामी में पिछले हफ्ते के बिटकॉइन 2022 सम्मेलन के आसपास की चर्चा प्रवृत्ति को उलटने के लिए पर्याप्त नहीं थी। ब्लूमबर्ग के हवाले से हांगकांग स्थित सटोरी रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तेओंग हंग ने कहा कि आगामी बैठकों में फेड ने 0.5 फीसदी अंक के कदमों के साथ-साथ 95 बिलियन डॉलर प्रति माह बैलेंस शीट रन-ऑफ ने क्रिप्टो मार्केट को कम कर दिया।
क्यों गिर रहे हैं दाम
बिटकॉइन की अमेरिकी तकनीकी शेयरों जैसी असेट्स के साथ तालमेल क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? बिठाने की प्रवृत्ति अमेरिकी बाजारों के लिए कठिन सप्ताह के बाद गिरावट को कम करती है। नैस्डैक 100 इंडेक्स के साथ इसका सहसंबंध अब रिकॉर्ड स्तर पर वापस आ गया है। कॉइनबेस ग्लोबल इंक में संस्थागत अनुसंधान के प्रमुख डेविड डुओंग के अनुसार, निवेशक अमेरिका में अप्रैल के मध्य कर की समय सीमा से पहले क्रिप्टोकरेंसी बेच रहे हैं, जो 2021 में भी चल रहे रुझानों की पुनरावृत्ति देख रहे हैं। पिछले साल हमने देखा मार्केट प्लेयर टैक्स संबंधित भुगतान करने के लिए डिजिटल संपत्ति बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि के रूप में निवेशक जोखिम वाली संपत्ति पर भी खटास डाल रहे हैं।
जानिए क्या है बिटकॉइन और क्यों चढ़ रही है कीमत?
इन दिनों निवेश की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में बिटकॉइन है. मगर क्या आप जानते हैं कि क्या है बिटकॉइन? लगातार क्यों चढ़ रही हैं इसकी कीमतें?
भारत में भी नियामक संस्थाएं बिटकॉइन से खुश नहीं हैं. आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारी सुदर्शन सेन ने सितंबर में कहा था कि केंद्रीय बैंक इस तरह की 'गैर-व्यवस्थित' क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार से सहज नहीं है. मगर सवाल उठना लाजमी है कि बिटकॉइन क्या है और यह कैसे काम करता है?
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है. अंग्रेजी शब्द 'क्रिप्टो' का अर्थ गुप्त होता है. यह एक प्रक्रार की डिजिटल करेंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है. क्रिप्टोग्राफी का अर्थ को कोडिंग की भाषा को सुलझाने की कला है.
बिटकॉइन को आप छू नहीं सकते यानी की यह डिडिटल फॉर्म में ही रहती हैं. यही इसकी सबसे खास बात है. दूसरे शब्दों में आप इसे विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं. बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने किया था.
कैसे करता हैं यह काम?
बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय का कहना है कि बिटकॉइन वर्चुअल कॉइन (कृत्रिम सिक्के) हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं. इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं है.
यदि आपके पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की होती है. आप बिटकॉइन के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी रख सकते हैं.
बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर किए जाते हैं. ये ई-वॉलेट्स आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं.
बिटकॉइन का रिटर्न
बिटकॉइन ने अपनी एंट्री के साथ ही गगनचुंबी रिटर्न दिए हैं. सात सालों में बिटकॉइन ने 10 रुपये के निवेश को 6.2 लाख रुपये कर दिया. इस साल बिटकॉइन ने जनवरी से नवंबर के दौरान 900 फीसदी का रिटर्न दिया है.
Bitcoin is क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? a digital currency that is not tied to a bank or government and allows users to spend money anonymously.
बुधवार को ही अमेरिकी बाजार में इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत $10,000 के स्तर के पार गई. कमाल की बात यह है कि इसकी मांग और लोगों की बिटकॉइन के लिए दिवानगी का आलम यह था कि चंद ही घंटों में यह करेंसी 20 फीसदी की छलांग लगाकर $11,000 का स्तर भी पार कर गई.
इस करेंसी की अस्थिरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक ही दिन में इसकी कीमत $11,434 के सर्वोच्च स्तर को छूने के बाद $9,009 तक भी लुढ़क गई. अमेरिकी बाजार पर काफी समय तक इसकी कीमतों में कोई फेरबदल देखने को नहीं मिला.
चिंता के बादल
गौरतलब है कि इस सितंबर के अंत तक इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत $4,171.25 थी. कई विशेषज्ञ इस गु्ब्बारे ही हवा निकलने के संकेत दे रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इतने कम समय में दोगुना रिटर्न देने के बाद असली सवाल यह कि वे निवेशकों को कब बाहर जाने कि सलाह दें.
इसमें कोई दो राय नहीं कि बिटकॉइन के रिटर्न असाधारण हैं. इस बुलबुल के फूटने क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? के संकेत इस बात से भी लगाए जा रहे हैं कि जहां एक तरफ कुछ दिग्गजों को उम्मीद हैं कि बिटकॉइन 2018 के अंत तक $40,000 डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा, वहीं 2017 में यह तीन दफा एक ही सत्र में 25 फीसदी तक टूट चुका है.
Cryptocurrency News Today: आठ परसेंट गिरी Bitcoin की कीमत, तीन हफ्ते के लो पर, जानिए क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? अब क्या रह गई है कीमत
Cryptocurrency News, 19th August 2022: दुनिया की बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में शुक्रवार को गिरावट देखने को मिली। दुनिया क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? की क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत में आठ फीसदी से अधिक गिरावट आई। जानकारों का कहना है कि अमेरिकी फेड रिजर्व आने वाले दिनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रख सकता है।
बिटकॉइन का कुल मार्केट कैप गिरकर 415.62 अरब डॉलर रह गया है। पिछले साल नवंबर में इसकी कीमत 68,000 डॉलर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद इसमें भारी गिरावट आई है। बिटकॉइन शाम छह बजे 8.81 फीसदी गिरावट के साथ 1879013 रुपये पर ट्रेड कर रही थी। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) की कीमत में भी गिरावट आई है। यह 8.46 फीसदी की गिरावट के साथ 145811 रुपये पर ट्रेड कर रही थी। इस बीच Tether 0.04 फीसदी तेजी के साथ 86.29 रुपये पर ट्रेड क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? कर रही थी जबकि यूएसडी कॉइन (USD Coin) भी 0.05 फीसदी के साथ 87.80 रुपये पर पहुंच गई।
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कितने लोगों के पास है क्रिप्टोकरेंसी
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में कुल आबादी में से 7.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी थी। कोरोना काल में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। दुनिया में आबादी के अनुपात के हिसाब से सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी यूक्रेन के लोगों के पास है। वहा 12.7 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है। रूस में 11.9 फीसदी, वेनेजुएला में 10.3 फीसदी, सिंगापुर में 9.4 फीसदी, केन्या में 8.5 फीसदी और अमेरिका में 8.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है।
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इथेरियतम और डॉगेकॉइन में गिरावट
मार्केट कैप के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी ईथरियम भी 6फीसदी से अधिक नीचे है, जो 3,000 डॉलर से नीचे था। डॉगकोइन, शीबा इनु ने लगभग 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जबकि एवालांशे, कार्डानो, सोलाना, टेरा, एक्सआरपी जैसे अन्य टोकन पिछले 24 घंटों में 6-11फीसदी की कटौती के साथ कारोबार कर रहे हैं। ग्लोबल क्रिप्टोक्यूरेंसी मार्केट कैप आज 6 फीसदी गिरकर 1.93 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।
30 हजार डॉलर तक जा सकते हैं बिटकॉइन के दाम
क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बिटमेक्स के सह-संस्थापक आर्थर हेस के अनुसार, बिटकॉइन, बाजार मूल्य के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी जून तक 30,000 डॉलर तक गिर सकती है। एक ब्लॉग पोस्ट में, उन्होंने यह भी कहा कि वही क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? गतिशील ईथर को 2,500 डॉनर तक जा सकता है। बिटकॉइन और ईथर नैस्डैक 100 से अत्यधिक सहसंबद्ध हैं। यदि एनडीएक्स टैंक है, तो यह इसके साथ क्रिप्टो को नीचे ले जाएगा।
फेड की टाइट पॉलिसी बनी वजह
टाइट मॉनेटरी पॉलिसी के बारे में चिंताओं से क्रिप्टोकरेंसी कम हो गई है। यहां तक कि मियामी में पिछले हफ्ते के बिटकॉइन 2022 सम्मेलन के आसपास की चर्चा प्रवृत्ति को उलटने के लिए पर्याप्त नहीं थी। ब्लूमबर्ग के हवाले से हांगकांग स्थित सटोरी रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तेओंग हंग ने कहा कि आगामी बैठकों में फेड ने 0.5 फीसदी अंक के कदमों के साथ-साथ 95 बिलियन डॉलर प्रति माह बैलेंस शीट रन-ऑफ ने क्रिप्टो मार्केट को कम कर दिया।
क्यों गिर रहे हैं दाम
बिटकॉइन की अमेरिकी तकनीकी शेयरों जैसी असेट्स के साथ तालमेल बिठाने की प्रवृत्ति अमेरिकी बाजारों के लिए कठिन सप्ताह के बाद गिरावट को कम करती है। नैस्डैक 100 इंडेक्स के साथ इसका सहसंबंध अब रिकॉर्ड स्तर पर वापस आ गया है। कॉइनबेस ग्लोबल इंक में संस्थागत अनुसंधान के प्रमुख डेविड डुओंग के अनुसार, क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? निवेशक अमेरिका में अप्रैल के मध्य कर की समय सीमा से पहले क्रिप्टोकरेंसी बेच रहे हैं, जो 2021 में भी चल रहे रुझानों की पुनरावृत्ति देख रहे हैं। पिछले साल हमने देखा मार्केट प्लेयर टैक्स संबंधित भुगतान करने के लिए डिजिटल संपत्ति बेच रहे क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य क्यों है? हैं। उन्होंने कहा कि फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि के रूप में निवेशक जोखिम वाली संपत्ति पर भी खटास डाल रहे हैं।
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