NSE F&O Ban List : BHEL और PNB में आज नहीं होगी डेरिवेटिव ट्रेडिंग, NSE ने लगाई रोक

PNB के शेयरों में 25 अक्टूबर को 5 फीसदी से ज्यादा की रैली रही और पिछले लगातार सात सत्रों में शेयर 20 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है

पंजाब नेशनल बैंक का शेयर गुरुवार, 27 अक्टूबर के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की एफएंडओ बैन लिस्ट में शामिल हो गया है

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NSE stock ban list : पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) का शेयर गुरुवार, 27 अक्टूबर के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की एफएंडओ बैन लिस्ट में शामिल हो गया है। इसके शेयर की मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट 95 फीसदी को पार कर गई है। गुरुवार के लिए एफएंडओ बैन लिस्ट में जुड़ने वाला यह दूसरा शेयर है।

PNB के शेयरों में 25 अक्टूबर को 5 फीसदी से ज्यादा की रैली रही और पिछले लगातार सात सत्रों में शेयर 20 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है। स्टॉक में मंगलवार को मंगलवार को हेवी वॉल्यूम के साथ लॉन्ग बूलिश कैंडिलस्टिक पैटर्न फॉर्मेशन बना है। उसी दिन शेयर में लॉन्ग बिल्डअप भी देखने को मिले।

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भेल पहले से लिस्ट में है शामिल

पावर इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर भेल (BHEL) पहले से बैन लिस्ट में है, जो मंगलवार को 7 फीसदी की तेजी के साथ 71.1 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। शेयर ने मजबूत वॉल्यूम के साथ डेली चार्ट्स पर बिग बूलिश कैंडिल बनाया है। वास्तव में, शेयर जून के लो से हायर हाई हायर लोज बना रहा है और अपने डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? निचले स्तरों से 69 फीसदी मजबूत हो चुका है। मंगलवार को शेयर लॉन्ग बिल्डअप लिस्ट में यह शेयर टॉप पर रहा।

कब बैन लिस्ट में शामिल होते हैं शेयर

NSE ने कहा, यदि सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट 95 फीसदी डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? से ज्यादा हो जाती है तो वे बैन लिस्ट में शामिल हो जाते हैं।

NSE ने कहा, सभी क्लाइंट्स या मेंबर्स इन शेयरों में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स तभी ले पाएंगे जब वे ऑफसेटिंग पोजिशंस के जरिए अपनी पोजिशन घटाएंगे। ओपन पोजिशन में अगर इजाफा होता है तो उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा।

शेयर में नहीं ले सकेंगे नई पोजिशन

बैन के दौरान ट्रेडर्स को इन शेयरों में नई पोजिशन लेने की इजाजत नहीं रहेगी। लेकिन वह अपनी पोजिशन घटा सकते हैं। F&O Ban से किसी शेयर में बहुत ज्यादा स्पेकुलेशन को रोका जा सकता है।

NSE ने कहा, किसी शेयर में नॉर्मल ट्रेडिंग तभी शुरू होगी जब मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट 80% के नीचे जाता है।

Mohit Parashar

Mohit Parashar

Tags: # share markets

First Published: Oct 27, 2022 9:23 AM

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स्पेन में बंद हुई बाइनेंस की डेरिवेटिव्स सर्विसेज

Binance को बैंक ऑफ स्पेन से सर्टिफिकेट नहीं मिला है, जो प्रत्येक एक्सचेंज को चलाने के लिए जरूरी होता है

स्पेन में बंद हुई बाइनेंस की डेरिवेटिव्स सर्विसेज

एक्सचेंज को हाल ही में दुबई में सर्विसेज शुरू करने के लिए लाइसेंस मिला था

खास बातें

  • एक्सचेंज ने स्पेन में सिक्योरिटीज मार्केट के रेगुलेटर से अनुमति मांगी है
  • डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है?
  • अथॉरिटीज का मानना है कि ऐसी सर्विसेज से इनवेस्टर्स का रिस्क बढ़ता है
  • इससे Binance के लिए स्पेन में बिजनेस करना मुश्किल हो जाएगा

स्पेन ने Binance से क्रिप्टो डेरिवेटिव्स सर्विसेज को पूरी तरह से बंद करने के लिए कहा है. सरकार का मानना है कि इस तरह की सर्विसेज से निवेशकों के लिए खतरा और नुकसान दोनों बढ़ सकते हैं. इन सर्विसेज के लिए यह स्पेन में सिक्योरिटीज मार्केट के रेगुलेटर CNMV से अनुमति लेने की कोशिश कर रहा है. स्पेन में एक्सचेंज की वेबसाइट ने अपने डेरिवेटिव्स सेगमेंट को हटा दिया है.

स्पेन की मीडिया ऑर्गनाइजेशन La Informacion की रिपोर्ट के अनुसार, Binance से स्पेन में क्रिप्टो डेरिवेटिव्स सर्विसेज पूरी तरह बंद करने के लिए कहा गया है कि क्योंकि अथॉरिटीज का मानना है कि इस तरह की सर्विसेज से इनवेस्टर्स के लिए रिस्क और नुकसान होने की आशंका बढ़ती है. Binance ने पिछले कुछ महीनों में CNMV के अधिकारियों के साथ कई मीटिंग की हैं. CNMV की चेतावनी के बाद एक्सचेंज ने डेरिवेटिव्स सर्विसेज बंद करने का फैसला किया है. Binance को बैंक ऑफ स्पेन से सर्टिफिकेट नहीं मिला है, जो प्रत्येक एक्सचेंज को चलाने के लिए जरूरी होता है.

इस वर्ष की शुरुआत में Binance ने इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन दिया था लेकिन इसे क्रिप्टो ब्रोकर के तौर पर अभी तक अनुमति नहीं मिली है. इसका मतलब है कि यह CNMV की ग्रे लिस्ट में है. इस लिस्ट में ऐसी फर्मों को रखा जाता है जिनके पास रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति नहीं होती. हालांकि, इस वजह से एक्सचेंज के बिजनेस को अवैध नहीं करार दिया जा सकता. ग्रे लिस्ट में कॉइनबेस और Bit2Me सहित कई अन्य एक्सचेंज भी रखे गए हैं. हालांकि, इससे Binance के लिए स्पेन में बिजनेस करना मुश्किल हो जाएगा.

हाल ही में Binance को फ्रांस में बिजनेस शुरू करने के लिए अथॉरिटीज की ओर से अनुमति मिली थी. फ्रांस के स्टॉक मार्केट रेगुलेटर AMF ने एक्सचेंज को वर्चुअल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर बिजनेस करने की अनुमति दी है. इससे फ्रांस के नागरिकों को क्रिप्टो एसेट्स के लिए Binance क्रिप्टो ट्रेडिंग और कस्टडी सर्विसेज दे सकेगा. Binance के पास कई देशों में सर्विसेज देने के लिए लाइसेंस है. हालांकि, कुछ देशों में इसे रेगुलेटरी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है. एक्सचेंज को हाल ही में दुबई में सर्विसेज शुरू करने के लिए लाइसेंस मिला था. इसके पास संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के तीन रीजंस में सर्विसेज देने के लिए अथॉरिटीज से अनुमति है.

Stock Market Holiday: दिवाली बलिप्रतिपदा पर आज शेयर बाजार बंद, बीएसई-एनएसई में नहीं होगा कारोबार

Stock Market Holiday: बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।

शेयर बाजार एनएसई

भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।

बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।

कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।

इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।

विस्तार

भारतीय शेयर डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।

बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।

कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।

इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।

भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने से पहले यहां पढ़ें जरुरी जानकारी

अगर आप अपनी गाढ़ी कमाई को भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो अपनी धन राशि इन्वेस्ट करने से पहले भारत की कमोडिटी मार्केट के सभी विवरणों के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को ध्यान से जरुर पढ़ें.

Know about Commodity Market and tips to invest in it

हमारे देश में कमोडिटी स्टॉक एक्सचेंजों पर कमोडिटी कारोबार में इन्वेस्टमेंट की जा सकती है. कमोडिटी एक्सचेंज के नाम से ही यह पता चलता है कि, यह माल/ कमोडिटी के व्यापार को संदर्भित करता है. वित्तीय बाजार के संदर्भ में इसका सीधा-सा मतलब यह है कि, कमोडिटी एक्सचेंज पर होने वाली अनेक किस्म की वस्तुओं का औपचारिक आदान-प्रदान अर्थात कारोबार करना. इन्वेस्टर्स अपना पैसा कमोडिटी मार्केट में कई अलग-अलग तरीकों से इन्वेस्ट कर सकते हैं. कमोडिटी कंपनियों, म्यूचुअल फंड, या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) द्वारा जारी किए गए शेयर हैं जिन्हें इन्वेस्टर्स द्वारा भविष्य में खुद को मुद्रास्फीति (इन्फ्लेशन) के जोखिम से बचाने के लिए खरीदा जा सकता है. अगर आप भी ऐसे ही कुछ इन्वेस्टर्स में से एक हैं जो भारत की कमोडिटी मार्केट में अपना धन इन्वेस्ट करने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं तो, कमोडिटी मार्केट के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं.

कमोडिटी क्या है?

आसान शब्दों में अगर हम बात करें तो, मूल रूप से कोई भी 'वस्तु' रोजमर्रा की प्रासंगिकता/ जरुरत के सभी सामान जैसेकि भोजन, ऊर्जा, फर्नीचर या धातु का एक समूह या संपत्ति है. हालांकि, इसे प्रकृति से विनिमेय अर्थात (लेने-देने में सुलभ) होना चाहिए ताकि इसका व्यापार किया जा सके. कार्रवाई योग्य दावों और धन को छोड़कर, किसी भी वस्तु अर्थात कमोडिटी को सभी किस्म की चल वस्तुओं के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है. आपके कपड़े, जूते, फर्नीचर, खाने-पीने का सारा सामान और दवाइयां, साबुन, तेल आदि सभी ऐसी कमोडिटीज़ हैं जिनका देश-दुनिया में निरंतर लेन-देन या कारोबार होता रहता है.

वस्तुओं/ कमोडिटीज़ में इन्वेस्टमेंट कहां करें?

भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग एक्सचेंजों पर सभी किस्म की कमोडिटीज़ का कारोबार होता है. यहां कुछ लोकप्रिय कमोडिटी ट्रेड एक्सचेंजों की सूची आपकी सुविधा के लिए दी गई है: -

  1. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज - MCX
  2. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? डेरिवेटिव्स एक्सचेंज - NCDEX
  3. नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज - NMCE
  4. इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज - ICEX

भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट के डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? लाभ

हमारे देश की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने पर आपको कई फायदे मिलते हैं जैसेकि:

  1. मुद्रास्फीति के खिलाफ संरक्षण - कमोडिटी एक्सचेंज में कारोबार की जाने वाली कमोडिटीज़ इन्वेस्टर्स को मुद्रास्फीति/ इन्फ्लेशन के कुप्रभावों से बचाती हैं.
  2. मूल्य में उतार-चढ़ाव के खिलाफ बचाव-व्यवस्था - आयात और निर्यात के साथ-साथ उत्पाद मूल्य में उतार-चढ़ाव कमोडिटी बाजार को प्रभावित कर सकता है. कमोडिटी फ्यूचर्स में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स को वास्तविक लेनदेन से महीनों पहले तय की गई कीमत पर कमोडिटी खरीदने या बेचने में मदद मिलती है. इस तकनीक को कमोडिटी बाजार में हेजिंग अर्थात बचाव-व्यवस्था के रूप में जाना जाता है.
  3. विविधीकरण - वस्तुओं में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स वित्तीय प्रतिभूतियों (फाइनेंशिल सिक्यूरिटीज़) के संबंध में अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में विविधता ला सकता है.

कमोडिटी कैसे खरीदें अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. कमोडिटी बाजार में कारोबार करने के लिए, एक इन्वेस्टर को सबसे पहले अपना एक DMAT खाता खोलना होगा.
  2. कमोडिटीज का कारोबार वैसे ही होता है जैसे भारत के स्टॉक एक्सचेंजों में विभिन्न शेयरों का कारोबार होता है.
  3. कमोडिटीज में इन्वेस्टमेंट करने के लिए, कमोडिटी फ्यूचर्स और ऑप्शंस, कमोडिटी ETF जैसे कई तरीके हैं, जो सीधे भौतिक वस्तुओं (फिजिकल कमोडिटीज़) में इन्वेस्टमेंट करते हैं.
  4. सभी इन्वेस्टर्स के लिए इस पॉइंट पर डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? पहले ही ध्यान देना बहुत जरुरी है कि, इन्वेस्टमेंट का कौन-सा तरीका उनकी जेब के लिए सबसे उपयुक्त रहेगा और यह तरीका उनकी कारोबारी जरूरतों से मेल खाता है.
  5. कमोडिटी ETFs ट्रेडिंग को काफी आसानी बनाते हैं क्योंकि उन्हें स्टॉक की तरह खरीदा जाता है. हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर की कीमतों की तरह ही विभिन्न कमोडिटीज़ की भविष्य की कीमतों में डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? भी अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है.

*अस्वीकरण - यह सारी जानकारी केवल आपके वित्तीय ज्ञान और समझ बढ़ाने के लिए इस आर्टिकल में प्रस्तुत की गई है. इसे किसी भी व्यक्ति के द्वारा वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.

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