कईं शुरुआती इन्वेस्टर्स म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने की प्रक्रिया को मुश्किल मानकर उसमें इन्वेस्ट करने से कतराते हैं। ये आर्टिकल्स ऐसे ही शुरुआती इन्वेस्टर्स को निवेश क्या होता हैं म्युचुअल फंड को समझने में और इन्वेस्टमेंट शुरू करने में मदद करेंगे।

इन्वेस्टमेंट / निवेश क्या है

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड

म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –

  • इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना निवेश क्या होता हैं कम भी )
  • इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
  • हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
  • डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं

शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड निवेश क्या होता हैं को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।

What Is an Angel Investor- ऐंजल इन्वेस्टर क्या होता है

What Is an Angel Investor: छोटे स्टार्टअप या एंटरप्रेन्योर के लिए ऐंजल इन्वेस्टर वित्तीय मदद उपलब्ध कराते हैं। इनकी सालाना आमदनी अच्छी होती है या कह सकते हैं कि ये आर्थिक रूप से काफी मजबूत होते हैं। इन्हें प्राइवेट इन्वेस्टर, सीड इन्वेस्टर और ऐंजल फंडर भी कहते हैं। अक्सर देखा जाता है कि ऐंजल इन्वेस्टर, एंटरप्रेन्योर के परिवार और मित्रों के बीच से ही होते हैं। ऐसा भी होता है कि ऐंजल इन्वेस्टर किसी कंपनी में एक बार फंड इन्वेस्ट करते हैं, ताकि कंपनी शुरुआती समस्याओं से उबर सके और मजबूती से धरातल पर उतर कर अपने बिजनेस को बढ़ा सके।

ऐंजल इन्वेस्टर से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- एक ऐंजल इनवेस्टर सामान्यत: एक अच्छे पूंजीपति होते हैं, जो किसी भी स्टार्टअप की शुरुआती स्टेज में फंड उपलब्ध कराते हैं।

-ऐंजल इन्वेस्टिंग कई स्टार्टअप की फंडिग का प्राइमरी सोर्स है, जो निवेश के दूसरे स्रोत से ज्यादा आकर्षक और लुभावनी है।

निवेश की शुरुआत करने जा रहे हैं? जानिए कैसे उठाएं एक-एक कदम

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निवेश की शुरुआत करने से पहले आकांक्षा के मन में सवाल उठ सकता है कि वह अपने पोर्टफोलियो को मैनेज कैसे करेंगी. उनके पास न तो मार्केट के बारे में अध्ययन करने का समय है, न ही चार्ट पैटर्न और कंपनियों के बिजनेस मॉडल समझने का. लिहाजा, शायद उन्‍हें कोई निर्णय लेने में दिक्‍कत हो. इसका समाधान है. उन्‍हें इंडेक्‍स में निवेश करने के बारे में सोचना चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में भूल जाना चाहिए.

निवेश की रणनीति पर फैसला उनके विवेक पर निर्भर करता है. निवेश से पहले उन्‍हें अपनी जोखिम लेने की क्षमता का पता लगा लेना चाहिए. व‍ह निवेश पर कैसे नजर रखेंगी, इसे भी सुनिश्चित कर लेना चाहिए.

बचत और निवेश में अंतर (Difference Between Saving And Investment)

अगर आप अपनी सैलरी से कुछ पैसा बचाकर अलग से बैंक या घर में रखते है तो वह बचत है। लेकिन बचाये हुये पैसों से शेयर्स, बांड्स, डिबेंचर, म्यूच्यूअल फंड, जमीन आदि खरीद कर रखी जाये तो वह निवेश है।

बचत अल्पकालिक और निकटतम लक्ष्यों को पूरा करने के लिये की जाती है। जैसे: 2 – 3 महीने या 5 – 6 महीने बाद किसी काम को करने या किसी वस्तु को खरीदने के लिये पैसे चाहिये होंगे तो इसके लिये आप बचत (Saving) करेंगे।

निवेश (Investment) को Long Term Goals को पूरा करने के लिये किया जाता है। जैसे: कार खरीदना, घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, बच्चों की शादी, रिटायरमेंट प्लानिंग के लिये निवेश किया जाता है। (निवेश क्या होता है – Nivesh kya hota hai)

निवेश कहां करें (Where To Invest Money)

1. Fixed Deposit (फिक्स्ड डिपाजिट): फिक्स्ड डिपाजिट को बैंक में करवाया जाता है। FD में निवेश करके सालाना 7 – 8% रिटर्न अपने पैसे पर कमाया जा सकता है। FD में निवेश सुरक्षित रहता है और लगाये हुये पैसे के डूबने की संभावना नहीं के बराबर होती है।

2. Mutual Fund (म्यूच्यूअल फंड): म्यूच्यूअल फंड में निवेश किया हुआ पैसा सीधे शेयर बाजार में लगता है इसलिये म्यूच्यूअल फंड्स थोड़े जोखिम भरे हो सकते है लेकिन 3 से 5 निवेश क्या होता हैं साल के लिये म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किया जाये तो आप सालाना 15 – 20% तक रिटर्न कमा सकते है।

3. Equity Investment (इक्विटी इन्वेस्टमेंट): इक्विटी इन्वेस्टमेंट का अर्थ होता है की अपनी समझ से सीधे शेयर बाजार में पैसा लगाना। शेयर मार्किट को समझकर और अपने इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह से शेयर मार्किट में निवेश करके 25 से 30% तक रिटर्न कमा सकते है।

बॉन्ड कम जोखिम के साथ स्थिर और निश्चित रिटर्न देने वाले विकल्प माने जाते हैं. एनएसई ऐप या बॉन्ड प्लेटफार्म के जरिए सरका . अधिक पढ़ें

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : November 21, 2022, 12:27 IST
बॉन्ड एक डेब्ट इंस्ट्रूमेंट होता हैं जिसका अर्थ प्रतिभूति या ऋणपत्र होता है.
मुख्य रूप से बॉन्ड सरकार और कंपनियों के द्वारा जारी किये जाते हैं.
इनमें एक निश्चित ब्याज दर का भुगतान करने का वादा किया जाता है.

नई दिल्ली. बाजार में उच्च और कम जोखिम से जुड़े निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं. आपने अक्सर बॉन्ड के बारे में सुना होगा. ये कम जोखिम के साथ स्थिर और निश्चित रिटर्न देने वाले विकल्प माने जाते हैं. महंगाई और अन्य आर्थिक अनिश्चितता के बीच बाजार में जब भी वॉलेटिलिटी बढ़ती है तो निवेशक सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड में पैसा लगाते हैं.

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