Himachal Pradesh Result: किसी से नहीं डरती…, हिमाचल की अकेली महिला विधायक रीना कश्यप बोलीं- कोई दबा नहीं सकता आवाज
महंगी दवाओं का ट्रेड मार्जिन 100% से भी ज्यादा, NPPA की एनालिसिस से सामने आई हकीकत
महंगी दवाओं पर ट्रेड मार्जिन ज्यादा है। खासकर उन दवाओं के मामले में ऐसा है, जिनकी कीमत प्रति टैबलेट 100 रुपये से ज्यादा है। नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) के एनालिसिस से यह जानकारी मिली है। न्यूज वेबसाइट न्यूज18 डॉटकॉम ने यह खबर दी है। एनपीपीए का काम दवाओं की कीमतों को कंट्रोल में रखना है। यह दवा कंपनियों का रेगुलेटर है।
एनपीपीए ने शुक्रवार को दवा बनाने वाली बड़ी कंपनियों के प्रतनिधियों से मुलाकात की। इसमें नॉन-शिडयूल्ड मेडिसिंस पर ट्रेडर्स के मार्जिन को तर्कसंगत बनाने पर चर्चा हुई। ट्रेड मार्जिन रेशनलाइजेशन (TMR) दवाओं की कीमतों को तर्कसंगत बनाने का एक तरीका है। इसमें सप्लाई चेन में ट्रेड मार्जिन की सीमा तय कर दी जाती है।
अकाशीय बिजली से बनी धातुओं के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार, खोली थी फर्जी कंपनी
विभूतिखंड पुलिस ने फर्जी कंपनी (मास एंटीक इंटरनेशनल) खोलकर लोगों से अकाशीय बिजली से बनी धातुओं के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर को गिरफ्तार किया है. इस मामले में प्रतापगढ़ निवासी अंकित कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी.
लखनऊ : विभूतिखंड पुलिस (Vibhuti Khand Police) ने फर्जी कंपनी (मास एंटीक इंटरनेशनल) खोलकर लोगों से अकाशीय बिजली से बनी धातुओं के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में प्रतापगढ़ निवासी अंकित कुमार सिंह ने 18 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद से पुलिस आरोपी को तलाश कर रही थी.
मोदी सरकार की ‘मज़दूर विरोधी’नीतियों के ख़िलाफ़ ट्रेड यूनियनों की दो दिनी हड़ताल शुरू
10 केंद्रीय श्रम संघों के आह्वान पर बुलाई गई इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में 20 करोड़ मज़दूरों के शामिल होने की संभावना. हड़ताली यूनियनों का कहना है कि सरकार ने श्रमिकों के मुद्दों पर उसकी 12 सूत्रीय मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया. सितंबर 2015 के बाद केंद्र सरकार ने यूनियनों से एक बार भी बात नहीं की. The post मोदी सरकार की ‘मज़दूर विरोधी’ नीतियों के ख़िलाफ़ ट्रेड यूनियनों की दो दिनी हड़ताल शुरू appeared first on The Wire - Hindi.
10 केंद्रीय श्रम संघों के आह्वान पर बुलाई गई इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में 20 करोड़ मज़दूरों के शामिल होने की संभावना. हड़ताली यूनियनों का कहना है कि सरकार ने श्रमिकों के मुद्दों पर उसकी 12 सूत्रीय मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया. सितंबर 2015 के बाद केंद्र सरकार ने यूनियनों से एक बार भी बात नहीं की.
मंगलवार को भुवनेश्वर में केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करते केंद्रीय श्रम संघ के कार्यकर्ता (फोटो: पीटीआई)
नई दिल्ली: विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल मंगलवार को शुरू हुई. इन यूनियनों ने सरकार पर श्रमिकों के प्रतिकूल नीतियां अपनाने का आरोप लगाया है.
हड़ताल में किसान भी हैं शामिल
देश भर के किसान वाम किसान शाखा के तत्वावधान में सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में शामिल हैं.
माकपा से संबंधित ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नन मुल्ला ने कहा, ‘एआईकेएस और भूमि अधिकार आंदोलन 8-9 जनवरी को ‘ग्रामीण हड़ताल’, रेल रोको और मार्ग रोको अभियान चलायेगा. इसी दिन ट्रेड यूनियन राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आयोजन कर रहे हैं. यह कदम ग्रामीण संकट से जुड़े मुद्दों से निपटने, ग्रामीण किसानों की जमीनों को उद्योगपतियों से बचाने में मोदी सरकार की नाकामी के खिलाफ उठाया गया है. आगामी आम हड़ताल को किसानों का पूर्ण समर्थन होगा.’
भाकपा की किसान शाखा के अतुल कुमार अंजान ने कहा कि किसानों की कार्य समिति ने अपनी बैठक में फैसला किया कि जब श्रमिक, कामगार और आम जनता मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी तब किसान भी उसमें शामिल होंगे.
दिवाली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है मुहूर्त ट्रेड और इसका महत्व
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा छह दशक पुरानी है। (PTI Photo)
दिवाली (Diwali) के दिन बैंकों और ज्यादातर दफ्तरों की तरह शेयर बाजारों (Share Market) में छुट्टी का दिन नहीं रहता है। हर साल दिवाली के मौके पर भारतीय शेयर बाजार एक घंटे के विशेष कारोबार के लिए खुलते हैं। इसे मुहूर्त ट्रेड (Muhurt Trading) के नाम से जाना जाता है। यह कई दशक पुरानी परंपरा है और हर साल इसका पालन किया जाता है।
यह है Muhurt Trading 2021 का समय
बीएसई (BSE) पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? ट्रेड का समय शाम 6:15 बजे से 7:15 बजे तक का है। इस दौरान इक्विटी (Equity), इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन (Equity F&O) और करेंसी एंड कमॉडिटी (Currency & Commodity) सेगमेंट में विशेष ट्रेडिंग होगी। इस विशेष ट्रेड में ब्लॉक डील (Block Deal) के लिए शाम के 5:45 बजे से छह बजे तक का और प्री ओपन सेशन (Pre Open Session) के लिए शाम के छह बजे से 6:08 बजे तक का समय तय किया गया है। बीएसई की तरह एनएसई (NSE) में भी मुहूर्त ट्रेड का यही समय रहेगा।
CM सोरेन ने किया वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का शिलान्यास, बोले- उद्योगपतियों-व्यापारियों को एक ही छत के नीचे मिलेंगी सारी सुविधाएं
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? में व्यापार और आयात निर्यात से संबंधित दफ्तर
- करेंसी एक्सचेंज एवं मनी ट्रांसफर समेत कई सुविधाएं होंगी उपलब्ध
- राज्य के उत्पादों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बाजार, बनेगी अलग पहचान
Jharkhand News : झारखंड व्यापक संभावनाओं वाला राज्य है। इस कड़ी में ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? यहां के औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को देश-दुनिया से जोड़ने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुधवार को राजधानी रांची के कोर कैपिटल एरिया में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की आधारशिला रखते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में अंतरराष्ट्रीय व्यापार विशेषकर निर्यात संवर्धन से संबंधित तमाम गतिविधियां ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? एक ही छत के नीचे से संचालित होंगी। यह सेंटर यहां की आर्थिक गतिविधियों को मजबूत करने में अहम रोल निभाएगा।
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