LIC आईपीओ में पैसा लगाने से पहले जानें ये 15 पॉइंट्स, जानें कैसे लगा सकते हैं पैसा-किन्हें मिलेगा फायदा

एलआईसी का आईपीओ 10 मार्च को खुलने की संभावना है पर इसमें अप्लाई करने से पहले आपको कुछ काम के टिप्स जान लेने चाहिए जो आपके बेहद काम आ सकते हैं.

By: ABP Live | Updated at : 21 Feb 2022 09:05 AM (IST)

Edited By: Meenakshi

एलआईसी आईपीओ (फाइल फोटो)

एलआईसी का आईपीओः LIC के आईपीओ के लिए हलचल तेज हो चुकी है, 13 फरवरी को देश की ये सबसे बड़ी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी सेबी के पास अपना DRHP फाइल कर चुकी है. माना जा रहा है कि एलआईसी का आईपीओ 10 मार्च को आ सकता है. इसके साथ ही रिटेल निवेशकों के मन में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आईपीओ को लेकर उत्सुकता और बढ़ चुकी है.

एलआईसी के आईपीओ को लेकर यहां आपको कुछ खास बातें बताई जा रही हैं और इनके जरिए आपको अपने कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे.

1. एलआईसी के आईपीओ में एलआईसी पॉलिसी होल्डर्स के लिए 10 फीसदी शेयर रिजर्व रखे जाएंगे लेकिन ये बात ध्यान रखने वाली है कि पॉलिसी होल्डर हो या रिटेल निवेशक हों, उनके पास डीमैट खाता होना जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी कंपनी के इक्विटी शेयर सिर्फ डीमैट के रूप में जारी होते हैं.

2. किसी और इंश्योरेंस पॉलिसी वाले निवेशकों को आम रिटेल निवेशकों की ही तरह एलआईसी आईपीओ में आवेदन करना होगा. आईपीओ में शेयर मिलने के बाद रिटेल निवेशकों के लिए कोई लॉक-इन पीरीयड नहीं होता है. लिस्टिंग के तुरंत बाद भी शेयर बेचे जा सकते हैं.

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3. रिटेल निवेशकों कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? के तहत आप आईपीओ में सिर्फ 2 लाख रुपये तक के ही शेयर खरीद पाएंगे. आईपीओ के आने के समय पता लग पाएगा कि कम से कम कितने शेयर खरीद पाएंगे.

4. एलआईसी के इक्विटी शेयर्स में इंवेस्टमेंट पर कोई टैक्स छूट नही मिल पाएगी और मुनाफे पर टैक्स लगेगा.

5. पॉलिसी होल्डर्स आईपीओ के प्राइस बैंड में ऊपरी भाव पर बोली लगाएं तो बेहतर होगा क्योंकि इसी भाव को शेयर अलॉटमेंट के समय फाइनल किया जाता है.

6. पॉलिसी होल्डर्स जॉइंट पॉलिसी वाले हैं तो दो में से एक ही अप्लाई कर सकते हैं. दो में से जो भी आईपीओ शेयर्स के लिए अप्लाई कर रहा है उसका पैन नंबर पॉलिसी रिकॉर्ड में अपडेट होना चाहिए और उसके खुद के नाम पर डीमैट खाता होना चाहिए. अगर डीमैट खाता भी संयुक्त है तो अप्लाई करने वाले को डीमैट अकाउंट का प्राइमरी होल्डर होना चाहिए.

7. लैप्स पॉलिसी वाले भी पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत अप्लाई कर सकते हैं. इसका अर्थ है कि जो भी पॉलिसी एलआईसी के रिकॉर्ड से बाहर नहीं हो चुकी है, वो सभी पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन हिस्से के तहत अप्लाई कर सकते हैं.

8. पैन को पॉलिसी से लिंक करने के लिए एलआईसी की वेबसाइट पर मौजूद ऑप्शंस को देखें और अपने पैन नंबर, पॉलिसी नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल नंबर के जरिए सरल प्रोसेस करें और इसे लिंक कर लें. इसके अलावा एलआईसी ऑफिस जाकर भी आप पैन नंबर को अपडेट कर सकते हैं.

9. एनआरआई पॉलिसी होल्डर्स भारत से बाहर रहने वाले पॉलिसी होल्डर्स इसके आईपीओ में अप्लाई नहीं कर सकते हैं.

10. आईपीओ के बाद शेयरों का अलॉटमेंट समय आने पर सभी बीमाधारकों को एक समान रूप से देखा जाएगा. इसमें प्रीमियम की रकम या बीमा पॉलिसी की संख्या से कोई अंतर नहीं पड़ेगा.

11. सीनियर सिटीजंस भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं. 18 साल से ऊपर का कोई भी नागरिक आईपीओ में शेयरों के लिए आवेदन कर सकता है.

12. एलआईसी पॉलिसी के नॉमिनी इसमें अप्लाई करने के लिए एलिजिबल नहीं हैं. सिर्फ पॉलिसी होल्डर्स को ही पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत फायदा मिलेगा.

13. पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत आवेदन पर शेयर अलॉटमेंट की कोई गारंटी नहीं है. केवल 10 फीसदी हिस्सा ही पात्र पॉलिसी होल्डर्स के लिए सेव है.

14. सेबी के रूल्स के मुताबिक डीमैट खाते के दोनों लाभार्थियों द्वारा अलग-अलग एप्लीकेशन नहीं डाली जा सकती हैं. केवल प्राइमरी बेनेफिशयरी के नाम से ही अप्लाई किया जा सकता है.

15. DRHP की तारीख से पहले अप्लाई किया लेकिन पॉलिसी बॉन्ड इससे पहले नहीं आया तो आप पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत अप्लाई नहीं कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें

Published at : 21 Feb 2022 09:05 AM (IST) Tags: lic ipo Life Insurance Corporation of India LIC IPO IPO Tracker हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

LIC आईपीओ में पैसा लगाने से पहले जानें ये 15 पॉइंट्स, जानें कैसे लगा सकते हैं पैसा-किन्हें मिलेगा फायदा

एलआईसी का आईपीओ 10 मार्च को खुलने की संभावना है पर इसमें अप्लाई करने से पहले आपको कुछ काम के टिप्स जान लेने चाहिए जो आपके बेहद काम आ सकते हैं.

By: ABP Live | Updated at : 21 Feb 2022 09:05 AM (IST)

Edited By: Meenakshi

एलआईसी आईपीओ (फाइल फोटो)

एलआईसी का आईपीओः LIC के आईपीओ के लिए हलचल तेज हो चुकी है, 13 फरवरी को देश की ये सबसे बड़ी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी सेबी के पास अपना DRHP फाइल कर चुकी है. माना जा रहा है कि एलआईसी का आईपीओ 10 मार्च को आ सकता है. इसके साथ ही रिटेल निवेशकों के मन में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आईपीओ को लेकर उत्सुकता और बढ़ चुकी है.

एलआईसी के आईपीओ को लेकर यहां आपको कुछ खास बातें बताई जा रही हैं और इनके जरिए आपको अपने कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे.

1. एलआईसी के आईपीओ में एलआईसी पॉलिसी होल्डर्स के लिए 10 फीसदी शेयर रिजर्व रखे जाएंगे लेकिन ये बात ध्यान रखने वाली है कि पॉलिसी होल्डर हो या रिटेल निवेशक हों, उनके पास कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? डीमैट खाता होना जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी कंपनी के इक्विटी शेयर सिर्फ डीमैट के रूप में जारी होते हैं.

2. किसी और इंश्योरेंस पॉलिसी वाले निवेशकों को आम रिटेल निवेशकों की ही तरह एलआईसी आईपीओ में आवेदन करना होगा. आईपीओ में शेयर मिलने के बाद रिटेल निवेशकों के लिए कोई लॉक-इन पीरीयड नहीं होता है. लिस्टिंग के तुरंत बाद भी शेयर बेचे जा सकते हैं.

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3. रिटेल निवेशकों के तहत आप आईपीओ में सिर्फ 2 लाख रुपये तक के ही शेयर खरीद पाएंगे. आईपीओ के आने के समय पता लग पाएगा कि कम से कम कितने शेयर खरीद पाएंगे.

4. एलआईसी के इक्विटी शेयर्स में इंवेस्टमेंट पर कोई टैक्स छूट नही मिल पाएगी और मुनाफे पर टैक्स लगेगा.

5. पॉलिसी होल्डर्स आईपीओ के प्राइस बैंड में ऊपरी भाव पर बोली लगाएं तो बेहतर होगा क्योंकि इसी भाव को शेयर अलॉटमेंट के समय फाइनल किया जाता है.

6. पॉलिसी होल्डर्स जॉइंट पॉलिसी वाले हैं तो दो में से एक ही अप्लाई कर सकते हैं. दो में से जो भी आईपीओ शेयर्स के लिए अप्लाई कर रहा है उसका पैन नंबर पॉलिसी रिकॉर्ड में अपडेट होना चाहिए और उसके खुद के नाम पर डीमैट खाता होना चाहिए. अगर डीमैट खाता भी संयुक्त है तो अप्लाई करने वाले को डीमैट अकाउंट का प्राइमरी होल्डर होना चाहिए.

7. लैप्स पॉलिसी वाले भी पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत अप्लाई कर सकते हैं. इसका अर्थ है कि जो भी पॉलिसी एलआईसी के रिकॉर्ड से बाहर नहीं हो चुकी है, वो सभी पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन हिस्से के तहत अप्लाई कर सकते हैं.

8. पैन को पॉलिसी से लिंक करने के लिए एलआईसी की वेबसाइट पर मौजूद ऑप्शंस को देखें और अपने पैन नंबर, पॉलिसी नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल नंबर के जरिए सरल प्रोसेस करें और इसे लिंक कर लें. इसके अलावा एलआईसी ऑफिस जाकर भी आप पैन नंबर को अपडेट कर सकते हैं.

9. एनआरआई पॉलिसी होल्डर्स भारत से बाहर रहने वाले पॉलिसी होल्डर्स इसके आईपीओ में अप्लाई नहीं कर सकते हैं.

10. आईपीओ के बाद शेयरों का अलॉटमेंट समय आने पर सभी बीमाधारकों को एक समान रूप से देखा जाएगा. इसमें प्रीमियम की रकम या बीमा पॉलिसी की संख्या से कोई अंतर नहीं पड़ेगा.

11. सीनियर सिटीजंस भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं. 18 साल से ऊपर का कोई भी नागरिक आईपीओ में शेयरों के लिए आवेदन कर सकता है.

12. एलआईसी पॉलिसी के नॉमिनी इसमें अप्लाई करने के लिए एलिजिबल नहीं हैं. सिर्फ पॉलिसी होल्डर्स को ही पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत फायदा मिलेगा.

13. पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत आवेदन पर शेयर अलॉटमेंट की कोई गारंटी नहीं है. केवल 10 फीसदी हिस्सा ही पात्र पॉलिसी होल्डर्स के लिए सेव है.

14. सेबी के रूल्स के मुताबिक डीमैट खाते के दोनों लाभार्थियों द्वारा अलग-अलग एप्लीकेशन नहीं डाली जा सकती हैं. केवल प्राइमरी बेनेफिशयरी के नाम से ही अप्लाई किया जा सकता है.कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं?

15. DRHP की तारीख से पहले अप्लाई किया लेकिन पॉलिसी बॉन्ड इससे पहले नहीं आया तो आप पॉलिसी होल्डर्स रिजर्वेशन के तहत अप्लाई नहीं कर सकते हैं.

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Published at : 21 Feb 2022 09:05 AM (IST) Tags: lic ipo Life Insurance Corporation of India LIC IPO IPO Tracker हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

LIC IPO 2022: एलआईसी आईपीओ आज खुला, कम से कम 13-14 हजार का निवेश, जानें अहम बातें

LIC IPO News : पहले इनवेस्टमेंट बैंकरों ने 2100 रुपये के करीब इसका प्राइस बैंड तय किया था, लेकिन मार्केट डाउन होने के बाद यह 902-949 रुपये के प्राइस बैंड में आ गया है. इस कारण छोटे निवेशक भी इसमें पैसा लगा सकते हैं.

LIC IPO 2022: एलआईसी आईपीओ आज खुला, कम से कम 13-14 हजार का निवेश, जानें अहम बातें

lic ipo 2022 : एलआईसी आईपीओ में पॉलिसीहोल्डर्स को मिलेगी छूट

देश का सबसे बड़ा आईपीओ (LIC IPO) आज निवेशकों के लिए खुलेगा, जिसको लेकर निवेशकों में बड़ी हलचल है. आखिर एलआईसी आईपीओ में भागीदारी के लिए कितना न्यूनतम या अधिकतम निवेश करना होगा. क्या एडवांस बुकिंग भी हो सकती है, ऐसे तमाम सवाल इंटरनेट पर पूछे जा रहे हैं. ऐसे ही कुछ आम सवालोंका ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडस्मार्ट के चेयरमैन विजय सिंघानिया ने जवाब दिया है. एलआईसी ने एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं, जिनमें ज्यादातर घरेलू कंपनियां हैं. एंकर निवेशकों के लिए 949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की दर पर 5.92 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए थे. एलआईसी अपने 3.5 फीसदी शेयरों की बिक्री आईपीओ के जरिये करने वाली है। इससे 20,557 करोड़ रुपये जुटाए जाने की उम्मीद है, जानिए अहम सवालों के जवाब.

पॉलिसीधारकों को मिलेगी छूट

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ट्रेडस्मार्ट (TradeSmart) के विजय सिंघानिया ने कहा, यह आपका देश के सबसे बड़े आईपीओ में शामिल हो जाएगा. पहले इनवेस्टमेंट बैंकरों ने 2100 रुपये के करीब इसका प्राइस बैंड तय किया था, लेकिन मार्केट डाउन (Share Market) होने के बाद यह 902-949 रुपये के प्राइस बैंड में आ गया है. इस कारण छोटे निवेशक भी इसमें पैसा लगा सकते हैं. इसमें आगे और डिस्काउंट भी पॉलिसीधारक और 45 रुपये एलआईसी कर्मचारियों (LIC Employee) के लिए है. लिस्टिंग गेन भी निवेशक को मिलना चाहिए.

ऑनलाइन ही होगा निवेश

इसमें साधारण ऑनलाइन तरीके से निवेश करते हैं. बस आपको किसी ट्रेडिंग ऐप (Trading App) के जरिये ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. सिर्फ केवाईसी (KYC) की जरूरत होगी. बैंक और डीमैट अकाउंट Demat Account) बस जरूरी होगा. किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिये केवाईसी कुछ देर में हो जाएगी. इसमें कोई फीस वगैरा नहीं होती है.

कितना होगा न्यूनतम निवेश
किसी भी आम निवेशकों को कम से कम 15 शेयर आईपीओ में खरीदने पड़ेंगे. अगर 902-949 रुपये के प्राइस बैंड में छूट को अलग करके मानें तो करीब 13-14 हजार रुपये का न्यूनतम निवेश किसी व्यक्ति को कम से कम करना होगा.

IPO Oversubscribe का मतलब
मान लीजिए ये 21 हजार करोड़ रुपये का पूरा इश्यू है, लेकिन अगर इसमें दोगुना निवेश हुआ तो दोगुना ओवरसब्सक्राइस होगा. ऐसे ही ये कई गुना तक जा सकता है. मान लीजिए अगर ये एक लाख करोड़ रुपये के करीब होता है तो 5 गुना माना जाएगा. रिटेल का शेयर यानी खुदरा निवेशकों के लिए हिस्सा करीब 35 फीसदी है. ग्रॉस ओवरसब्सक्रिप्शन, रिटेल ओवरसब्सक्रिप्शन और एचएनआई का अलग.

कितने शेयर मिलेंगे, बाद में पता चलेगा
एलआईसी के 3.5 फीसदी हिस्से के हिसाब से 22 करोड़ 13 लाख 74 हजार के करीब शेयर हैं, अगर ये ओवरसब्सक्राइब हो गया तो कैसे इन शेयरों का वितरण कैसे होगा. अगर किसी ने 100 शेयर अप्लाई किए तो उसे 15 देंगे. 200 का आवेदन किया है तो 20-25 देंगे. ये इश्यू खत्म होने के बाद अलॉटमेंट स्कीम निकाली जाती है. मर्चेंट बैंकर रजिस्ट्रार से मिलकर स्कीम निकालते हैं और उसके हिसाब से शेयरों का बंटवारा होता है. जो ज्यादा आवेदन करते हैं, उन्हें ज्यादा फायदा तो होता ही है. कभी कभार ऐसा भी हो सकता है कि सबके लिए न्यूनतम शेयर ही दिए जाते हैं. लेकिन इसमें छोटे निवेशकों का ज्यादा ध्यान रखा जाता है.

क्या समय से पहले बंद हो सकता है इश्यू
ये 9 दिसंबर के बाद ही अलॉट होगा. आईपीओ को वैसे तो समय से पहले क्लोज कर सकते हैं, लेकिन सामान्यतया ऐसा करते नहीं हैं. आईपीओ का समय बढ़ाया तो नहीं जा सकता, पहले ऐसा कर सकते हैं. अगर वो टाइम बढ़ाना चाहते हैं तो इसमें तमाम सारी मंजूरियां लेनी पड़ती हैं.

क्या पहले आओ-पहले पाओ की नीति
निवेशक को क्या पहले आओ पहले पाओ का फायदा मिलेगा. यानी जो पहले इश्यू (Public Issue) के लिए आवेदन करेगा, उसे ज्यादा शेयर मिल सकते हैं. इस पर उन्होंने कहा, ऐसा नहीं होता, जब तक इश्यू क्लोज नहीं होता, तब तक शेयरों का अलॉटमेंट नहीं होता. ऐसे में आईपीओ इश्यू के इन 5-6 दिनों के दौरान कभी भी निवेश कर सकते हैं.

ऐसे कटेंगे खाते से पैसे
जिस दिन इश्यू खुलेगा, उसी दिन आपके बैंक के जरिये या ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिये आपके पैसे जमा हो जाएंगे. आपका बैंक उतने ही पैसे आईपीओ के खाते में लॉक कर देगा. फिर अलॉटमेंट के बाद उतने पैसे कट जाएंगे, बाकी खाते में वापस आ जाएंगे. आईपीओ इश्यू 9 तारीख को बंद होगा. मेरे हिसाब से 7 से 10 दिन के भीतर शेयरों के आवंटन की प्रक्रिया पूरी होगी. खुदरा निवेशकों के तौर पर आप अधिकतम कितना भी निवेश करते हैं. अगर आप दो लाख से ज्यादा शेयर से ज्यादा निवेश करते हैं तो एचएनआई की श्रेणी में आ जाएंगे.

ये अहम बातें भी जान लीजिए

1. आईपीओ से करीब 21 हजार करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद
2. एलआईसी का आईपीओ निवेशकों के लिए 4 मई को खुलेगा, 9 मई को बंद होगा.
3. इसके लिए शेयर का प्राइस रेंज 902-949 रुपये रहेगा.
4. खुदरा निवेशकों, एलआईसी कर्मियों को 45 रुपये और पॉलिसीधारकों को 60 रुपये प्रति शेयर छूट
5. बिक्री के लिए 22.13 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश होगी.
6. एलआईसी के शेयर 17 मई को बाजार में सूचीबद्ध होने की संभावना.
7. एलआईसी ने एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपये जुटाए हैं
8. एंकर निवेशकों के लिए 949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की दर पर 5.92 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए थे.

अमेरिकी शेयर बाजार में कैसे करें निवेश, क्या ये सही समय है?

एक वित्तीय वर्ष में 2,50,000 डॉलर यानी करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये भारतीय सीमा के कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? बाहर निवेश कर सकते हैं.

अमेरिकी शेयर बाजार में कैसे करें निवेश, क्या ये सही समय है?

जबरदस्त रिटर्न के लिए अच्छी और मुनाफा बनाने वाली कंपनी की तलाश हर निवेशक को होती है. हो सकता है ऐसे में आपका मन टेस्ला, अमेजन या नेटफ्लिक्स जैसी कंपनी पर आया हो जो भारतीय बाजार नहीं बल्कि US के बाजार में निवेश के लिए मौजूद है. आइए ऐसे में समझते हैं एक भारतीय निवेशक के लिए अमेरिकी बाजार में निवेश से जुड़े विभिन्न पहलुओं को-

अमेरिका में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पैकेज के ऐलान के बाद S&P 500 इंडेक्स अप्रैल में पहली बार 4,000 का स्तर पार कर गया.

कितना बड़ा है US स्टॉक मार्केट?

अमेरिकी शेयर बाजार दुनिया का सबसे बड़ा इक्विटी मार्केट है. US के दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और नैस्डैक में अमेजन, टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, इत्यादि विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों के शेयर लिस्टेड हैं. अमेरिकी बाजार से जुड़े विभिन्न इंडेक्स जैसे S&P 500 इंडेक्स, डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज और नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्सों का इस्तेमाल निवेशकों की दृष्टि से US और विश्व की अर्थव्यस्था को समझने के लिए किया जाता है. साथ ही दुनिया के दूसरे बाजारों पर भी इनकी दिशा का बड़ा असर होता है. दूसरे देशों की कंपनियां भी विभिन्न वजहों से अपनी लिस्टिंग US बाजार में करवाती है.

निवेश के क्या हो सकते हैं फायदे?

निवेशक हमेशा रिस्क को कम करने के लिए अपने पोर्टफोलियो में विभिन्न सेक्टर और अलग अलग तरह के स्टॉक्स रखना चाहते हैं. इस दृष्टि से किसी भी बाहरी बाजार में निवेश नए विकल्पों को खोल देता है. US बाजार में कई दूसरे देशों की कंपनियों भी खुद को लिस्ट करवाती है.

बीते वर्षों में अमेरिकी बाजार में भारतीय बाजार की तुलना में कम वोलैटिलिटी देखी गई है. काफी बार रिटर्न के मामले में भी US के बाजार का प्रदर्शन भारतीय बाजार से बेहतर रहा है. रुपये के डॉलर की तुलना में कमजोर होने का भी निवेशकों को फायदा मिल सकता है.

स्टार्टअप हब होने के कारण US में अच्छी क्षमता वाली कंपनियों में शुरुआत में निवेश का मौका होता है. इसी तरह भारत या अन्य बाजारों में कई बड़ी कंपनियों की सब्सिडियरी लिस्ट होती है जबकि US बाजार में सीधे निवेश से ज्यादातर ऐसी कंपनियों में आसानी से निवेश कर सकते हैं.

कैसे कर सकते हैं निवेश शुरु?

US बाजार में निवेश के दो रास्ते हैं.

पहला तरीका सीधे निवेश का है. इसमें निवेशक भारतीय बाजार की तरह ही ब्रोकर के साथ रजिस्ट्रेशन कर स्टॉक्स में खरीद बिक्री कर सकता है. आजकल भारतीय ब्रोकरेज कंपनियां भी अमेरिकी ब्रोकरेज हाउस के साथ करार कर निवेशकों को आसान निवेश की सुविधा देती हैं. निवेशक जरूरी पैन कार्ड, घर के पते को सत्यापित करने वाले ID के साथ सीधे अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी के साथ भी बाजार में व्यापार के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

दूसरा तरीका म्यूचुअल फंड के रास्ते निवेश का हो सकता है. भारत में अनेकों म्यूचुअल फंड US बाजार आधारित फंड चलाते हैं. ऐसे फंड या तो सीधा अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड शेयरों में निवेश कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? करते हैं या ऐसे बाजारों से जुड़े दूसरे म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. इस प्रक्रिया में किसी अलग तरह के रजिस्ट्रेशन और बाजार के गहरी समझ की जरूरत नहीं है.

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