इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?
दोस्तों आज मैं आपको इस आर्टिकल में ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते है? इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के जरिये पैसे कमाना बताऊंगा। ये ऐसा तरीका है जिसे आप काम पैसे में ही शुरुआत करके लाखों रुपये कमा सकते हैं। आज इस तरीके से लोग घर बैठे ही लाखों रुपये कमा रहे है। तो चलिए जानते है कि इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते हैं?
इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग क्या होता टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है हैं ?
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों ही शेयर मार्केट से पैसे कमाने के अलग-अलग तरीके है हालाँकि दोनों में ही आपको शेयर ही खरीदने व बेचने होते है तो सबसे पहले जानते है इन्वेस्टमेंट क्या होता है ?
इन्वेस्टमेंट
इन्वेस्टमेंट शब्द का हिंदी में मतलब होता है निवेश करना यानि अपने पैसे को कही ऐसी जगह देना जहाँ पर उसे अच्छा इंटरेस्ट यानि आसान शब्दों में बोले तो ब्याज मिलना। निवेश तो आप अपने पैसे को कई तरीके से कर सकते हैं – बैंक में, म्यूच्यूअल फण्ड में,बांड्स में,शेयर मार्केट में स्टॉक खरीद कर।
मैं जो इन्वेस्टमेंट (निवेश करना) करने की बात कर रहा हूँ वो शेयर मार्केट में स्टॉक्स खरीदकर निवेश करने की बात कर रहा हूँ तो आये जानते हैं स्टॉक मार्केट में कैसे इन्वेस्टमेंट करें। इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?
कैसे स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें ?
शेयर मार्केट में स्टॉक्स को लम्बे समय तक खरीदकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करने के लिए भी आपको काफी रीसर्च करना होगा। आप ऐसे ही किसी कंपनी के बारें में जानें बिना उसमें इन्वेस्ट नहीं कर सकते है। बिना किसी कंपनी को जानें बिना उसमें निवेश करना अँधेरे में तीर चलाना वाला बात होगी इसलिए निवेश करने के लिए आपको कुछ रिसर्च करना होता यानि कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
सबसे पहले आपको केटेगरी तय करना होता है कि आप अपना पैसा किस केटेगरी में निवेश करना चाहते है जैसे – आईटी सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर,मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर,पावर सेक्टर,लोजिस्टिक्स सेक्टर,ऑटोमोबाइल सेक्टर इसके अलावा बहुत से सेक्टर हैं आप चाहे तो हर सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक को चुन सकते हैं।
सेक्टर का चुनाव करने के बाद आपको उस सेक्टर के टॉप कम्पनीज की लिस्ट बनायेंगे फिर आप उस सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक्स को compare करेंगे मतलब फंडामेंटल एनालिसिस करेंगें जैसे – स्टॉक का प्राइस, एअर्निंग पर शेयर,कंपनी का कैपिटल मार्केट,रेवेनुए, प्रॉफिट ग्रोथ, सेल्स ग्रोथ,कंपनी की लीअब्बिलिटी,प्रमोटर्स की होल्डिंग,कंपनी का आने वाले समय में क्या प्लान है, कंपनी की मैनेजमेंट इन सभी बातों का आपको पता लगाना होगा।
फंडामेंटल एनालिसिस करने के बाद आप अपने बजट के हिसाब से चाहे तो सभी सेक्टर के अच्छी कमपनीज़ में इन्वेस्ट कर सकते है।
ट्रेडिंग
अगर आप ट्रेडिंग करके ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते है तो आपको पहले ट्रेडिंग के बारें में जानना व सीखना होगा। ट्रेडिंग से दो प्रकार के होते है।
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक को कुछ दिनों के लिए होल्ड कर टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है सकते है यानी 2 से लेकर 15 दिन उससे ज्यादा दिन के लिए कर सकते है। इसका ट्रेडिंग का इस्तेमाल तब करते है जब हमें किसी स्टॉक का प्राइस लगातार बढ़ रहा हो या लगे ये आने वाले दिन में बढ़ेगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता हैं की आपको आज ही शेयर खरीदना व बेचना होता है यानी आप रोज सुबह 9:15 से इंट्राडे शुरू कर सकते हैं। और तीन बजकर पंद्रह मिनट तक आप ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर इन टाइम के बीच में अगर शेयर खरीद कर बेचते नहीं है तो आटोमेटिक वो 3:15 तक सेल हो जायेगा।
ट्रेडिंग में लगभग सभी ब्रोकरेज कम्पनियाँ ट्रेडिंग करने के लिए आपको आपके फंड्स से ज्यादा पैसे देती है यानी अगर आपके डीमैट अकाउंट में 1000 रुपये है और आप किस कंपनी के स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको आपकी ब्रोकरेज कंपनी आपके फंड्स से 5 गुना लिवरेज है यानि आप 1000 की जगह 5000 तक के स्टॉक्स से ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको अपने फंड्स से देना होता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता हैं।
सबसे पहले ये ध्यान रखना होता है कि इसमें बहुत ही हाई रिस्क होता हैं क्यूंकि एक दिन में किसी स्टॉक का प्राइस किधर जायेगा ये बात कोई भी 100% कन्फर्म नहीं होता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए क्यूंकि टेक्निकल एनालिसिस से ही आप किसी भी स्टॉक को पढ़ सकते है कि उसका प्राइस ऊपर जायेगा या निचे जायेगा लेकिन अगर आपको टेक्निकल एनालिसिस टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है आता है तो स्टॉक का प्राइस ऊपर जाये या निचे जाये आप दोनों अवसर में पैसे कमा सकते हैं।
अगर आप भी डिमैट अकाउंट खोलकर इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करना चाहते है तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें जहाँ अकाउंट खोलना बिलकुल फी हैं।
Technical Analysis kaise Karen - Technical Analysis kya hai
Share Market मे invest करने से पहले आपको Technical Analysis कैसे करे वो सीखना चाइए । आज इस पोस्ट में हम जानेंगे What is Technical Analysis in Stock Market, टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते है शेयर बाज़ार में ।
Technical Analysis एक ऐसा एनालिसिस है जिसमे किसी स्टॉक का मूवमेंट , वॉल्यूम, उसकी Price Action और दूसरे indicators का सहारा लिया जाता है जिससे उस स्टॉक के मारे में कुछ आगे कि जानकारी मिल सके कि stock में आगे क्या मूवमेंट हो सकती है ।
Technical Analysis करने में किसी स्टॉक कि Price Action देखी जाती है , Open Price - Low Price - High Price देखा जाता है । स्टॉक ने एक साल में कितनी movement की है वो देखा जाता है (जिसको 52 weeks High Or 52 Weeks Low बोला जाता है) Technical Analysis में सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखा जाता है । अगर आपको पता नहीं है कि Support - Resistance क्या है टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है तो यहां क्लिक करके आप उसके बारे में समझ सकते है | "What Is Support and Resistance"
Technical Analysis करने के लिए इन बातो को ध्यान में रखना ज़रूरी है :
- Chart (चार्ट) क्या होता है :
शेयर मार्केट में चार्ट का बहुत ही अलग महत्व है । चार्ट आपको किसी भी स्टॉक कि movement को दिखाता है । चार्ट का भी अलग अलग प्रकार होता है जैसे कि , Candle Stick Chart, Kagi, Heikin Ashi, Line Chart, Volume Candle और इसमें ज्यादातर Use होने वाला चार्ट Candle Stick Chart है ।
- Chart Pattern (चार्ट पैटर्न) क्या है :
शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव रहता है मल्टब कि कोई भी share एक तरफा movement नहीं करता है । कोई भी share उपर- नीचे प्राइस एक्शन करता है । जो अलग अलग चार्ट पैटर्न बनाता है जिसको पढ़कर आपको एक अंदाजा आ सकता है कि शेयर मे क्या टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है movement हो रही है ।
प्रत्येक कैंडल स्टिक एक विशेष अवधि के दौरान उस शेयर में व्यापार को विशिष्ट संख्या को दर्शाता है । जापानी कैंडल स्टिक सबसे पुरानी चार्ट तकनीक है । कैंडल स्टिक के अलग अलग प्रकार है जिसमे मारूबोजू, डोजी, हैमर, हैंगिंग मेन, शूटिंग स्टार और अन्य पैटर्न का समावेश होता है ।
- Indicator का उपयोग :
जब कभी technical analysis किया जाता है तब Indicator का उपयोग किया जाता है । Indicator एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो चार्ट पर लगाया जाता है और Indicator के जरिए एक अनुमान लगाया जाता है की शेयर में क्या मूवमेंट हो सकती है । RSI, MACD, VOLUME, MOVING AVERAGE मुख्य indicator है जिसका इस्तेमाल Technical Analysis में टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है किया जाता है ।
- Price Action का महत्व :
शेयर बाज़ार में कीमत पर Focus किया जाता है । शेयर की Price को देखा जाता है । शेयर की movement और Price Action देखकर शेयर का अनुमान लगाया जाता है कि शेयर मे क्या movement हो सकती है ।
Technical Analysis में कंपनी कि Analysis नहीं की जाती जिसको फंडामेंटल एनालिसिस कहा जाता है । Technical Analysis में सिर्फ चार्ट पर देखकर Analysis किया जाता है ।
- Volume का उपयोग :
Technical Analysis kaise Karen - Technical Analysis kya hai Reviewed by Share Market Help on मार्च 08, 2021 Rating: 5
Technical Analysis
Multiple Candlestick Patterns (Part-2) | 4 मल्टीपल केन्डलस्टिक पैटर्न |
मल्टीपल केन्डल पेटर्न(Multiple Candlestick Patterns) के हम दो भाग में समजेंगे लेकिन उसमें हमने पहेले भाग 1 में हमने 4 पैटर्न को देखा। अगर आपने वो पोस्ट नहीं पढ़ी तो निचे दी गई लिंक पे क्लिक करके पढ़ सकते है। Click Here : Multiple Candlestick Patterns (Part-1)। 4 मल्टीपल केन्डलस्टिक पैटर्न । हमने पहेले भाग … Read more
Multiple Candlestick Patterns (Part-1)
मल्टीपल केन्डल पेटर्न(Multiple Candlestick Patterns) के हम दो भाग में समजेंगे लेकिन उस से पहेले आप ने सिंगल केन्डल पेटर्न के बारे में नहीं पढ़ा तो निचे दी गई लिंक छे आप टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है उसे पढ़ सकते हो। सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न(Single Candlestick Pattern) में एक ट्रेडर को केवल एक कैंडलस्टिक की जरूरत होती है जिसके आधार पर … Read more
JAPANESE CANDLESTICK
यहाँ पर जापानीज कैंडलस्टिक(Japanese Candlestick) के नाम और वो कैंडल बनाने का क्या मतलब होता है और कुछ कैंडल ऐसी है की वो उसके सही जगह पर बने तोही उसका मतलब रहता है वरना कोई मतलब नहीं रहता। उसके बारे में चर्चा करेंगे। Long Bullish Candlestick Meaning लॉन्ग बुलिश केन्डल(Long Bullish Candlestick) एक तेजी की … Read more
Single टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है Candlestick Patterns | सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न की जानकारी
यहाँ पर हम सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न(Single Candlestick Patterns) के बारे मे बात करेंगे। वो पैटर्न बनने का क्या मतलब है उसके बारे मे जानेंगे। Marubozu Candlestick : मोरूबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न जापानी भाषा में मारूबोज़ू (Marubozu)का मतलब होता है– गंजा(Bald) मारूबोज़ू दो तरीके के होते हैं बुलिश मारूबोज़ू(Bullish Marubozu) बेयरिश मारूबोज़ू(Bearish Marubozu) परिभाषा के मुताबिक मारूबोज़ू … Read more
Types of Technical Analysis Charts | टेक्निकल एनालिसिस चार्ट के प्रकार
दोस्तों हमने टेकनीकल एनालिसिस के बारे में आगे के आर्टिकल में पढ़ा जो बेसिक है अब हम टेक्निकल एनालिसिस चार्ट के प्रकार (Types of Technical Analysis Charts) के बारे में चर्चा करेगे। चार्ट के तिन प्रकार है। Line Chart – लाइनचार्ट Bar Chart – बारचार्ट Japanese Candlestick Chart – जापानी केन्डलस्टीक चार्ट 1. Line Chart … Read more
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What is Technical Analysis | शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है ?
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Technical Analysis in hindi.
हर और कोई अपने बचत के पैसों को निवेश करके ज्यादा लाभ कमाना चाहता है। कोई लोग बैंक एफडी में पैसा लगाते हैं तो कोई म्यूचल फंड। कई स्टॉक को स्टॉक मार्केट में पैसा लगाता है स्टॉक मार्केट के लाभ को देखते हुए सभी लोग तो मार्केट में पैसा लगाना पसंद करते हैं।
स्टॉक मार्केट में जितने लोग पैसा लगाते हैं उसमें से 90% लोग नुकसान करते हैं और 10% लोग ही फायदा ले सकते हैं 90% लोगों को यह पता ही नहीं होता कि शेयर में कब खरीदारी करें किस भाव पर खरीदारी करें कितना शेयर खरीदे किस भाव के बेचे किस भाव पर खरीदे और मैक्सिमम लॉस हो तो कितना लॉस हो।
अगर ऊपर बताई गई बातों को का ज्ञान आपको आ गया तो आप शेयर मार्केट में अच्छा निवेश करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं। ऊपर बताई गई बातों को सीखने के लिए हमें Technical analysis पड़ता है।
Technical analysis के कई प्रकार होते हैं जिनमें चार्ट पेटर्न. कैंडलेस्टिक पेटर्न, और एडवांस टेक्निकल एनालिसिस का समावेश होता है। टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल ज्यादातर पोजीशनल ट्रेडिंग के लिए स्विंग ट्रेडिंग के लिए या फिर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। चलिए अब हम टेक्निकल एनालिसिस सीखना शुरू कर देते हैं।
कैंडलेस्टिक पेटर्न के प्रकार
ये भी एक Technical analysis का पार्ट है।कैंडलेस्टिक पेटर्न कई प्रकार के होते हैं उसमें से टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है हम जापानीस कैंडलेस्टिक पेटर्न का को अनालिसीस करना सीखेंगे।आप जिस कैंडल पैटर्न के बारेमे सिख ना चाहते है उस पर click कीजिए।
5)हैंगिंग मैन कैंडल
9)पिर्शिग लाइन कैंडल
10) डार्क क्लाउड कवर कैंडल
16) बिअरिस डोजी स्टार्ट कैंडल
17)डिसेंडिंग हंक कैंडल
18)हेमिंग इंजन कैंडल
चार्ट पैटर्न के प्रकार
ये भी एक Technical analysis का पार्ट है।हेलो दोस्तो चार्ट पेटर्न कई प्रकार केहोते हैं. टेक्निकल एनालिसिस में जैसे कैंडलेस्टिक पेटर्न का महत्व होता है उतना ही महत्व चार्ट पेटर्न का होता है. चलिए हम चार्ट पेटर्न का टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं हम सीखते हैं.
1)डबल टॉप चार्ट पेटर्न
2)डबल बॉटम चार्ट पैटर्न
3)ट्रिपल टॉप चार्ट पैटर्न
4) ट्रिपल बॉटम चार्ट पैटर्न
5) हेड एंड शोल्डर्स चार्ट पैटर्न
6)इनवर्टेड हेड एंड शोल्डर चार्ट पेटर्न
7)राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न
8)फॉलिंग बॉटम चार्ट पैटर्न
9)बंप एंड रन चार्ट पैटर्न
10)सिमिट्रिकल ट्रायंगल चार्ट पैटर्न
11) डिसेंडिंग ट्रायंगल चार्ट पैटर्न
12)रेक्टेंगल प्राइस चैनल चार्ट पैटर्न
13)फ्लैग एंड हैंडल चार्ट पैटर्न
14) कप एंड हैंडल चार्ट पैटर्न
दोस्तों इतने से ही Technical analysis खत्म नहीं हो जाता Technical analysis में अभी बहुत और बातें हैं जो आपकी जान ने जरूरत है। जो आपने यह सब सीख लिया तो आप बहुत अच्छे निवेशक बन पाएंग।अगर आप सभी चार्ट पेटर्न और कैंडल पैटर्न को डिटेल में समझना चाहते टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है हैं कि वह क्या होता है आप कमेंट करके हमें बताइए हम आपको जरूर सिखाएंगे।
शेयर बाजार में कमाना है पैसा, तो सीख लीजिए ये दो तरह के ज्ञान.
News18 हिंदी 03-11-2022 News18 Hindi
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले इसकी पर्याप्त समझ होनी चाहिए. किसी भी स्टॉक को खरीदने के लिए उसके बारे में अच्छे से अध्ययन करना होता है और यह दो तरीकों टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के जरिए किया जाता है. लेकिन, आम निवेशक को इसके बारे में ज्यादा समझ नहीं होती है लेकिन बाजार में सक्रिय रूप से काम करने वाले निवेशक और मार्केट एक्सपर्ट्स इसकी गहरी समझ रखते हैं. हालांकि, टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस की समझ विकसित करना ज्यादा मुश्किल नहीं है.
आइये जानते हैं कि आखिर टेक्निकल और फंटामेंटल एनालिसिस क्या है और कैसे इसके बारे में समझ विकसित करके शेयर बाजार में सक्रिय निवेशक के तौर पर काम किया जा सकता है. इन दोनों तरीकों से आप शेयर की कीमत का सही अनुमान और भविष्य से जुड़ी संभावनाओं के बारे में पता लगा सकते हैं, साथ ही स्टॉक कब खरीदें और कब बेचें, यह निर्णय लेने में भी आपको मदद मिलेगी.
क्या है टेक्निकल एनालिसिस?
टेक्निकल एनालिसिस में किसी भी शेयर के चार्ट को देखकर उसकी डेली, वीकली और मंथली मूवमेंट और प्राइस के बारे में जानकारी हासिल की जाती है. चार्ट के जरिए सबसे शेयर के सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखा जाता है. यहां सपोर्ट से मतलब है कि स्टॉक कितनी बार किसी एक खास भाव से ऊपर की ओर गया है. ज्यादातर एनालिस्ट सपोर्ट लेवल पर ही खरीदी की टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है सलाह देते हैं.
वहीं, रेजिस्टेंस का मतलब है कि कोई स्टॉक कितनी बार किसी एक भाव से फिर से नीचे की ओर लौटकर आया है. अगर कोई शेयर अपने रेजिस्टेंस को तोड़कर ऊपर की ओर जाता है तो इसे ब्रेकआउट कहते हैं यानी कि अब शेयर का भाव और बढ़ेगा. इसके विपरीत, यदि स्टॉक सपोर्ट लेवल को तोड़ देता है तो उसके नीचे जाने की संभावना ज्यादा रहती है.
टेक्निकल एनालिसिस में अहम इंडिकेटर
टेक्निकल एनालिसिस में इंडिकेटर अहम टूल्स होते हैं. दरअसल ये शेयर की मूवमेंट को लेकर अहम संकेत देते हैं. इनमें मूविंग एवरेज, RSI, MACD, सुपर ट्रेंड और बोलिंजर बैंड समेत कई इंडिकेटर्स शामिल हैं. हर इंडिकेटर का अपना महत्व है लेकिन शेयर बाजार में सक्रिय ज्यादातर निवेशक मूविंग एवरेज, MACD और RSI इंडिकेटर को अहम मानते हैं.
मूविंग एवरेज इंडिकेटर के जरिए किसी भी स्टॉक के पिछले 5, 10, 20, 50, 100 और 200 दिन के एवरेज प्राइस का अध्ययन किया जाता है. अलग-अलग टाइम फ्रेम पर स्टॉक के भाव में बढ़त और गिरावट से तेजी व मंदी का अनुमान लगाया जाता है. वहीं, RSI यानी रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स एक ग्राफ के जरिए यह प्रदर्शित करता है कि शेयर में कितनी खरीदारी और बिकवाली हावी है.
फंडामेंटल एनालिसिस क्यों जरूरी?
फंडामेंटल एनालिसिस में किसी भी कंपनी के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ स्टोरी का अध्ययन किया जाता है. इसमें मुख्य रूप से कंपनी के फाइनेंशियल्स यानी आर्थिक आंकड़ों पर नजर डाली जाती है. इनमें P/E Ratio और P/B Ratio जैसे रेशियो को देखा जाता है. अगर प्राइस अर्निंग रेशियो की वैल्यू कम है तो इसका मतलब है कि इसमें ग्रोथ की काफी गुंजाइश है. वहीं, प्राइस टू बुक वैल्यू रेशियो कम है तो इसका मतलब हुआ कि स्टॉक अंडरवैल्यूड है.
फंडामेंटल एनालिसिस में कम्पनी की सम्पत्तियों तथा देनदारियों की अध्ययन करके कम्पनी की नेट वैल्यू निकाली जाती है. इसके आधार पर कम्पनी के स्टॉक की कीमत का अनुमान लगाया जाता है. इसमें कम्पनी की डिविडेंड पॉलिसी भी देखी जाती है. इस तरह की स्टडी से अंडरवैल्यूड कंपनियों के बारे में पता लगाया जा सकता है जिनके भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना होती है.
कैसे सीखें टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस
टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में जानने के बाद अब सवाल उठता है कि यह ज्ञान कहां से लिया या सीखा जाए. टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के लिए कई बुक्स और इंटरनेट पर ऑनलाइन कंटेंट उपलब्ध है.
इसके अलावा आप नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी मार्केट (NISM) के जरिए शेयर मार्केट में बतौर रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइज के तौर पर काम करने के लिए कई कोर्सेस ज्वाइन कर सकते हैं. इनमें टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस से जुड़े विषयों को कवर किया जाता है.
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