10 BEST Demat Account In India | भारत में 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट
पहले के समय में पेपर वर्क के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी मुश्किल होता था। इसी को दूर करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) शुरू किया गया। डीमैट का मतलब ‘डीमैटरियलाइजेशन’ ‘dematerialization’ होता है। डीमैट अकाउंट (shares and securities) को डीमटेरियलाइज करता है, ताकि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा सके और कहीं से भी ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस डिजिटल रूप में खरीदा और बेंचा जा सके।
आज के समय में डीमैट अकाउंट (Demat Account) के बिना, आप शेयरों की खरीद-विक्री नहीं कर सकते और ना ही ट्रैडिंग कर सकते हैं। क्योंकि वर्ष 1996 में, Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी निवेशकों के पास शेयरों में ट्रैडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।
आज के इस पोस्ट में हम आपको 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट के बारे में जानकारी देने ताकि आप तय कर सकें कि आपके जरूरत के अनुसार कौन सा सबसे अच्छा है।
Demat और Trading अकाउंट में क्या फर्क होता है? स्टॉक ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो समझ लें ये कैसे होते हैं अलग
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग चीजें होती हैं. डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या शेयर को रख सकते हैं, वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट से आप ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
Representative Image (Source: Pexels)
शेयर मार्केट में निवेश ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस करना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि आपके पास इसके लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट रखना स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए सबसे पहली शर्त है. इसके अलावा एक ट्रेडिंग अकाउंट भी है, जिसकी जरूरत आपके इन्वेस्टमेंट नेचर के हिसाब से पड़ती है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग चीजें होती हैं. डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या शेयर को रख सकते हैं, वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट से आप ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इनका फर्क, इनका काम और इनका रोल समझना जरूरी है.
Demat Account क्या होता है?
डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है, जहां आप अपने शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होल्ड करके रख सकते हैं. डीमैट अकाउंट फिजिकल शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल देता है. डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको एक एक डीमैट नंबर दिया जाता है जिससे आप अपना ट्रेड उसमें सेटल कर सकते हैं.
इसका काम कुछ-कुछ बैंक अकाउंट जैसा होता है, जहां आप अपना पैसा डिपॉजिट और विदड्रॉ कर सकते हैं. इसी तरह इस अकाउंट में सिक्योरिटी रखी जाती है और जरूरत पड़ने पर डेबिट और क्रेडिट किया जाता है.
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कोई शेयर हो, ऐसा कोई जरूरी नहीं है. आपके अकाउंट में ज़ीरो बैलेंस हो तो भी कोई दिक्कत नहीं है.
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है?
डीमैट अकाउंट के उलट अगर आपको ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस स्टॉक ट्रेडिंग करनी है तो आपको इसके लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ेगी. स्टॉक मार्केट में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर में निवेश करना हो तो आप इस अकाउंट से इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ट्रेडिंग कर सकते हैं.
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में कुछ बेसिक फर्क
1. डीमैट अकाउंट आपके शेयर और असेट को डिमैटिरियलाइज्ड फॉर्म में रखने वाला अकाउंट होता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस को आपके बैंक और डीमैट अकाउंट के बीच का लिंक माना जा सकता है.
2. डीमैट अकाउंट जहां बस असेट स्टोर करने के लिए खुलवाया जाता है, इससे कोई ट्रांजैक्शन नहीं हो सकता. वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट ट्रेड ट्रांजैक्शन करने के काम आता है.
3. डीमैट अकाउंट पर इन्वेस्टर्स को सालाना चार्ज देना होता है. ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, लेकिन चार्ज कंपनी पर भी निर्भर होता है कि वो आपसे चार्ज लेगी या नहीं.
डीमैट अकाउंट के बिना ट्रेडिंग अकाउंट, और ट्रेडिंग अकाउंट के बिना डीमैट अकाउंट रख सकते हैं?
आमतौर पर डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ही खोले जाते हैं. स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए ये दोनों ही अकाउंट जरूरी है. जब एक निवेशक शेयरों में ट्रेड करता है तो ये शेयर स्टोर करने के लिए उसे डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है.
हालांकि, अगर ट्रेडर बस ट्रेडिंग कर रहा है, जैसे कि वो इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग कर ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस रहा है, तो वो ट्रेडिंग अकाउंट से भी हो जाता है, इसमें डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं पड़ती है.
10 BEST Demat Account In India | भारत में 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट
पहले के समय में पेपर वर्क के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी मुश्किल होता था। इसी को दूर करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) शुरू किया गया। डीमैट का मतलब ‘डीमैटरियलाइजेशन’ ‘dematerialization’ होता है। डीमैट अकाउंट (shares and securities) को डीमटेरियलाइज करता है, ताकि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस सके और कहीं से भी डिजिटल रूप में खरीदा और बेंचा जा सके।
आज के समय में डीमैट अकाउंट (Demat Account) के बिना, आप शेयरों की खरीद-विक्री नहीं कर सकते और ना ही ट्रैडिंग कर सकते हैं। क्योंकि वर्ष 1996 में, Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी निवेशकों के पास शेयरों में ट्रैडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।
आज के इस पोस्ट में हम आपको 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट के बारे में जानकारी देने ताकि आप तय कर सकें कि आपके जरूरत के अनुसार कौन सा सबसे अच्छा है।
Share Market Trading के लिए फ्री में खोलें डीमैट अकाउंट, ये ब्रोकिंग कंपनियां दे रही हैं मौका
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) होना बहुत जरूरी है। आप डीमैट अकाउंट किसी बैंक के साथ खोल सकते हैं या फिर ब्रोकरिंग कंपनियों के साथ भी डिमैट अकाउंट खोला जा सकता है। पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ब्रोकिंग कंपनियां उन्हें मुफ्त डीमैट और ट्रेडिंग खाते खोलने का मौका दे रही हैं। चलिए, इन पर एक नजर डालते हैं।
ICICI डायरेक्ट
ICICI डायरेक्ट आपको 3-इन-1 ट्रेडिंग खाता प्रदान करता है, जिसमें आपको डीमैट, ट्रेडिंग और बैंक खाता खोलने की सुविधा मिलती है। पहले वर्ष के लिए, डीमैट खाते पर कोई एएमसी (वार्षिक रखरखाव शुल्क) नहीं है। हालांकि, दूसरे वर्ष से 700 रुपये (करों के बिना) का शुल्क लगाया जाता है। यदि डीमैट खाता बीएसडीए द्वारा कवर किया जाता है, तो 50000 रुपये तक मूल्य रखने के लिए कोई एएमसी शुल्क नहीं लिया जाता है। वेबसाइट के अनुसार, कोई खाता खोलने का शुल्क नहीं है और ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस इसे 10 मिनट के भीतर खोला जा सकता है।
बजाज फिनसर्व
बजाज फिनसर्व में निवेशक नि:शुल्क डीमैट और ट्रेडिंग खाते खोल सकते हैं। खाता खोलने का ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस कोई शुल्क और वार्षिक रखरखाव शुल्क नहीं है। यह दो सब्सक्रिप्शन ऑफर- एक फ्रीडम पैक और एक प्रोफेशनल पैक ऑफर करता है, जिनमें विभिन्न ब्रोकरेज शुल्क होते हैं। ध्यान दें कि वार्षिक सदस्यता शुल्क केवल पहले साल नहीं देना होगा। उसके बाद के वर्ष के लिए 431 रुपये का शुल्क ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस लिया जाएगा।
एक्सिस डायरेक्ट
एक्सिस डायरेक्ट उन निवेशकों को लक्षित कर रही है, जो आगामी एलआईसी आईपीओ में निवेश करने के लिए डीमैट खाता खोलना चाहते हैं। वेबसाइट पर लिखा है कि LIC के ग्राहक, कर्मचारी और एजेंट्स के लिए फ्री डैमैट और ट्रेडिंग अकाउंट जीरो शुल्क पर खोला जा रहा है। पहले वर्ष के लिए डीमैट एएमसी मुफ्त है।
स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के डीमैट ट्रेडिंग पेज पर कहा गया है, "पहली बार निवेशक? हम इसे 35 वर्षों से कर रहे हैं, आइए हम आपकी मदद करें। एक मुफ्त डीमैट खाता शुरू करें।" इसका मतलब है कि पहले साल के लिए निवेशकों को सालाना मेंटेनेंस चार्ज (AMC) नहीं देना होगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 219