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The past decade has seen significant innovation in the digital currency space. Bitcoin was an advancement in money related tech followed by Ethereum, a decentralized development platform that enables its users to build and deploy decentralized applications. These creations have dominated news headlines as people have piled onto the bandwagon and begun getting in on the action of blockchain technology and digital currencies. One such digital currency is Tether (USDT), an Ethereum based token pegged to the value of a U.S. dollar, also known as a stablecoin.
So, you’ve adopted cryptocurrencies and want to enter the world of trading. But before you jump in, it’s important to learn about how things work. Limit orders are one of the most important concepts for traders and if you don’t know about them, you are going to be at a big disadvantage when trading. By reading this article, you should have a better picture of what they are and how they can help you get the best market prices when speculating on the price of digital assets.
Over the past few years, blockchain technology has grown considerably in terms of popularity and mass adoption. Once only known as the technology that powers Bitcoin, blockchain is now used by thousands of companies across the globe. The number one concern of any company that is currently working with or planning to implement blockchain is scalability. A viable solution to the scalability issue that is currently plaguing blockchain technology is called “Layer 2.” At its core, Layer 2 is a protocol that resides on top of the original blockchain layer and manages transactions between users through side chains.
Digital assets, such as Bitcoin and Ethereum, have seen exponential growth in recent years. This has led to unprecedented financial returns for early adopters. Many members of the cryptocurrency community would like to benefit from these financial gains without having to purchase digital assets directly and those users want extra buying power without owning currency themselves.
Most traders don't really have time to decide what price they want to buy or sell a crypto at. Every second matters when you are trading, so they don't want to spend time pondering which price they want to buy or sell, especially if it is a highly liquid market. So the use of Market Orders has become popular among traders and these orders get filled almost immediately at the latest posted price or better. Market Orders are the equivalent of an impulse purchase. You see some new game your friend can’t stop talking about, and you feel a strong desire to own it right now.
Coinciding with the explosion of gaming and virtual reality economies, blockchain technology is revolutionizing how we look at digital assets. NFTs are a part of the broader crypto-collectible phenomenon, where unique digital items can be sold and purchased. NFTs are gaining momentum from mainstream media, as well as attracting notable investors such as Michael Novogratz who has publicly stated that he believes digital art will be one of the first big markets for blockchain adoption and growth.
You’ve probably heard that blockchain technology will soon revolutionize the way we do just about everything – including how we buy and sell things. But you might still be wondering what, exactly, is a smart contract, why does it matter, and how does it work?
WazirX के सहयोग से गुरुकुल कांगड़ी द्वारा निःशुल्क द्विभाषी ब्लॉकचेन कोर्स का शुभारंभ
हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगड़ी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में एक निःशुल्क कोर्स प्रदान करने के लिए भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के साथ भागीदारी की है। कोर्स का शुभारंभ सोमवार, 3 जनवरी, 2022 को किया गया था और 3 दिनों में 10,000 से अधिक लोगों ने इस कोर्स के लिए नामांकन कर लिया है। कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को गुरुकुल कांगड़ी द्वारा एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। यह उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के तहत एक डीम्ड विश्वविद्यालय है।
गुरुकुल कांगड़ी और WazirX अपने रिसर्च और विश्लेषण प्लेटफॉर्म ब्लॉकचेन पेपर्स पर Unlu कक्षाओं के सहयोग से बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई पठन सामग्री वितरित कर रहे हैं। यह द्विभाषी कोर्स हिंदी और अंग्रेजी में इंटरनेट एक्सेस करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगा। ब्लॉकचेन-आधारित प्रौद्योगिकी के बारे में पूरी जानकारी लेकर भारतीय युवाओं को क्रिप्टो उद्योग में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
इस कोर्स के कुछ अन्य लाभ हैं:
- यह निःशुल्क ब्लॉकचेन कोर्स ब्लॉकचेन और क्रिप्टो परिदृश्य की बुनियादी अवधारणाओं को सीखने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों के लिए सीखने का एक बेहतरीन और आसान अवसर है।
- क्रिप्टो और ब्लॉकचेन उद्योगों के बारे में बेहतर जानकारी से रोजगार सृजन में सहायता मिलती है।
- छात्रों को ब्लॉकचेन डेवलपर्स, डिजिटल भुगतान संचालक, सोशल मीडिया मार्केटिंग, फिनटेक कंपनियों में सामग्री निर्माण और ब्लॉकचेन स्टार्टअप जैसे रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- क्रिप्टो-अवेयर इन्फ्लुएंसर बनें ताकि आप सलाहकार की भूमिका निभा सकें।
- प्रमाणीकरण और मान्यता युवाओं को क्रिप्टोटेक उद्योग में सक्रिय रूप से अपना करियर बनाने में सक्षम बनाएगी, जिसमें ट्रेडिंग, पी2पी भुगतान, प्रेषण और खुदरा क्षेत्र में क्रिप्टो एप्लिकेशन शामिल हैं, जिसमें भारत में पिछले पांच वर्षों में 39% की वृद्धि हुई है।
गुरुकुल कांगड़ी के रजिस्ट्रार, सुनील कुमार ने कहा, “गुरुकुल को इस बात की खुशी है कि हम भारतीय युवाओं को उनकी सुविधा की भाषाओं में नवीनतम वित्तीय तकनीक पेश कर रहे हैं। WazirX और हमारे प्रौद्योगिकी विभाग के बीच यह अभिनव सहयोग इस प्रगतिशील क्षेत्र के ज्ञान को विकसित करने में मदद करेगा और इससे भारत की भावी पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगागा। हमारे #पढ़ेगादेशबढ़ेगादेश पहल के तहत यह कोर्स नि:शुल्क है और उत्तर प्रदेश में अब तक 10,000 से अधिक लोगों ने डिजिटल पंजीकरण करा लिया है।
WazirX के संस्थापक और सीईओ निश्चल शेट्टी ने इस कोर्स के बारे में बात करते हुए कहा, “भारत में इस डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और यह कार्यक्रम सुनिश्चित करेगा कि युवा इसमें सबसे आगे हैं। आज के युग में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के विशाल क्षेत्र को समझना अनिवार्य है और यह किस हद तक किसी भी व्यवसाय को अनुकूलित करने के साथ-साथ उनकी कमाई में काफी वृद्धि कर सकता है। इस बात का ध्यान रखा गया है कि एक सरल और सुरक्षित समुदाय का निरंतर नवाचार और निर्माण करके भारत को क्रिप्टो क्रांति में सबसे आगे रखना है जो एक सुरक्षित ब्लॉकचेन और क्रिप्टो लर्निंग इकोसिस्टम विकसित करने में उद्योग की सहायता करे।”
ग्लोबल आईटी एंड इनोवेशन एडवाइजर के कोर्स मेंटर सुदीन बराओकर ने कहा, “यह प्रशिक्षण भारत को अत्याधुनिक वित्तीय सेवाओं और फिनटेक सिस्टम को सीखने में मदद करेगा जो ब्लॉकचेन, क्रिप्टो, विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi), विकेंद्रीकृत स्वायत्त संगठन (DAO), नॉन फंजीबल टोकन (NFT), सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC), डिजिटल एसेट्स, टोकनाइजेशन, सॉलिडिटी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, सॉलिडिटी, और RUST प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे प्रौद्योगिकियों और उभरते मॉडल का उपयोग कर रहे हैं। मास इनोवेशन और ट्रांसफॉर्मेशन के ये टूल हमारे देश को डिजिटल, कॉन्टैक्टलेस और सीमलेस बनाएंगे और अगले 15 से 20 वर्षों में आर्थिक स्थिति को 170 गुणा कर देंगे। हम इन एक्सपोनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टैक का उपयोग करके भारत को दुनिया की उभरती हुई टेक और इनोवेशन कैपिटल बनाना चाहते हैं।”
नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2030 तक क्रिप्टो उद्योग से लगभग 800,000 रोजगार पैदा होने की उम्मीद है। इस कोर्स की मदद से, भारतीय युवा क्रिप्टो और ब्लॉकचेन क्षेत्र में और अधिक स्टार्ट-अप का नेतृत्व करने में भी सक्षम होंगे। देश के बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई करोड़ों क्रिप्टो निवेशक भी इस कोर्स से लाभान्वित होंगे और उन्हें दुनिया को बदलने वाली नई तकनीक को सीखने का मौका मिलेगा।
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गुरुकुल कांगड़ी के बारे में
गुरुकुल कांगड़ी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) की स्थापना 4 मार्च, 1902 को हरिद्वार में गंगा के तट से लगभग 6 किमी की दूरी और दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्वामी श्रद्धानंदजी द्वारा की गई थी, जिसका एकमात्र उद्देश्य प्राचीन भारतीय गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करना था। वैदिक साहित्य, भारतीय दर्शन, भारतीय संस्कृति, आधुनिक विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करके लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति का स्वदेशी विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से इस संस्थान की स्थापना की गई थी। यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग/भारत सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित एक डीम्ड विश्वविद्यालय है।
WazirX के बारे में
WazirX भारत में स्थित एक क्रिप्टो एक्सचेंज है जो उपयोगकर्ताओं को बिटक्वाइन, ईथर, लाइटक्वाइन और विभिन्न क्रिप्टो-परिसंपत्तियों को खरीदने, बेचने और व्यापार करने की सुविधा देता है। मात्रा के हिसाब से यह भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है। निश्चल शेट्टी, सिद्धार्थ मेनन और समीर म्हात्रे द्वारा स्थापित WazirX के 10 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। यह इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) का एक हिस्सा है।
अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
बिटकॉइन में डील करता था मंगलुरु में धमाका करने वाला आतंकी मोहम्मद शरीक, साथियों को क्रिप्टो में भेजता था पैसे: ‘प्रेम राज’ बन बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई सीख रहा था मोबाइल रिपेयरिंग
इससे पहले मंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि शरीक ऑटो में बैठने के बाद खुद को हिंदू बता रहा था, ताकि उस पर किसी को शक न हो।
मंगलुरु बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार मोहम्मद शरीक (फोटो साभार: इंडिया टुडे)
कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को हुए बम ब्लास्ट मामले में एक के बाद कई खुलासे होते जा रहे हैं। जाँच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक मैसूर में एक मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेनिंग सेंटर में रिपेयरिंग का काम सीख रहा था। साथ ही, यह भी खुलासा हुआ है कि वह बिटकॉइन ट्रेडिंग करता था और अपने साथियों को क्रिप्टो करेंसी भेजता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआती जाँच में सामने आया है कि मोहम्मद शरीक मैसूर में फर्जी आधार कार्ड के आधार पर किराए के मकान में रह रहा था। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने कहा है कि सितंबर 2022 में शरीक के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वह शिवमोग्गा से भाग कर मैसूर में किराए पर घर लेकर रह रहा था। जहाँ वह एक मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेनिंग सेंटर में काम सीख रहा था।
वहीं, रिपेयरिंग सेंटर के मालिक का कहना है कि उनके ट्रेनिंग सेंटर में शरीक ने खुद को ‘प्रेम राज’ बताया था। इसके लिए उसने आधार कार्ड भी दिखाया था। उन्होंने आगे कहा है कि मोहम्मद शरीक ने उन्हें बताया था कि उसकी नौकरी एक कॉल सेंटर में लग गई है। लेकिन, उनकी जॉइनिंग होने में 28 दिन का समय है। इसलिए, वह घर में खाली बैठने की जगह मोबाइल रिपेयरिंग सीखना चाहता है।
Shariq joined the training center under the masked identity of Premraj.
He told me that he had joined a call center but had 28 days at his disposal before joining the job formally so in the meantime, he wanted to learn mobile repairing: Owner Training Institute pic.twitter.com/F1zaXXUx8H
— TIMES NOW (@TimesNow) November 22, 2022रिपेयरिंग सेंटर के मालिक ने यह भी कहा है कि उनके संस्थान में 45 दिनों का रिपेयरिंग कोर्स होता है। लेकिन, शरीक 20-21 दिन ही उनके यहाँ आया होगा। इस दौरान भी वह ट्रेनिंग सेंटर एक दिन आता था और फिर उसके अगले 1 या दो दिन नहीं आता था।
मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई के मालिक के इस बयान के आधार पर फिलहाल यह अंदाजा लगाया जाना बेहद आसान है कि बम धमाके का आरोपित मोहम्मद शरीक बम बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सर्किट व अन्य साधनों में होने वाली सोल्डरिंग (टाँका) सीखने के लिए ही रिपेयरिंग सेंटर जाता था। हालाँकि, पूरे मामले का खुलासा गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक व उसके अन्य सहयोगियों से पूछताछ और पुलिस की जाँच के बाद ही हो सकेगा।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि मोहम्मद शरीक बिटकॉइन में ट्रेडिंग करता था और इससे कमाए हुए पैसे को क्रिप्टो करेंसी के द्वारा अपने सहयोगियों को भेजता था। इसका सीधा मतलब है कि आतंकी गतिविधियों में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग हो रहा है। इससे पहले मंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि शरीक ऑटो में बैठने के बाद बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई खुद को हिंदू बता रहा था, ताकि उस पर किसी को शक न हो। इसके लिए, उसने एक आधार कार्ड दिखाया था, जिस पर हिंदू नाम था। यह आधार कार्ड उसने रेलवे कर्मचारी से चुराया था।
के. सुधाकर ने यह भी कहा था कि पुलिस हर एंगल से मामले की जाँच कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मोहम्मद शरीक के संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों, बैन किए गए संगठनों या स्लीपर सेल से तो नहीं है। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक की सीमा केरल से लगती है। इसलिए, स्लीपर सेल से जुड़े होने की भी आशंका है।
उन्होंने यह भी कहा था कि बीते महीने तमिलनाडु के कोयंबटूर में भी ऐसा ही बम धमाका हुआ था। तब भी आतंकियों ने मंदिर के पास ब्लास्ट करने की साजिश रची थी। पुलिस ने मोहम्मद शरीक के मूवमेंट को ट्रेस किया है जिसमें सामने आया है कि उसने कोयंबटूर में एक व्यक्ति से मुलाकात की थी।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक ऑटो में बैठकर पंपवेल एरिया में जाना चाहता था, जहाँ वह अपने साथ लिए हुए कुकर बम (विस्फोटक) को नगौरी के भीड़-भाड़ इलाके में प्लांट करना चाहता था। हालाँकि, ऑटो में बैठने के थोड़ा देर बाद ही विस्फोट हो गया।
यही नहीं, शुरुआती जाँच के बाद पुलिस ने कहा है कि शरीक ने कोयंबटूर से किसी और के नाम पर एक सिम खरीदा था। इस सिम कार्ड के टावर लोकेशन की जाँच से सामने आया है कि वह तमिलनाडु के इलाकों में घूम रहा था। शरीक की फोन डिटेल निकाली जा रही है, जिससे उसके साथियों के बारे में जानकारी सामने आ सकेगी।
WazirX के सहयोग से गुरुकुल कांगड़ी द्वारा निःशुल्क द्विभाषी ब्लॉकचेन कोर्स का शुभारंभ
हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगड़ी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में एक निःशुल्क कोर्स प्रदान करने के लिए भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के साथ भागीदारी की है। कोर्स का शुभारंभ सोमवार, 3 जनवरी, 2022 को किया गया था और 3 दिनों में 10,000 से अधिक लोगों ने इस कोर्स के लिए नामांकन कर लिया है। कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को गुरुकुल कांगड़ी द्वारा एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। यह उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के तहत एक डीम्ड विश्वविद्यालय है।
गुरुकुल कांगड़ी और WazirX अपने रिसर्च और विश्लेषण प्लेटफॉर्म ब्लॉकचेन पेपर्स पर Unlu कक्षाओं के सहयोग से पठन सामग्री वितरित कर रहे हैं। यह द्विभाषी कोर्स हिंदी और अंग्रेजी में इंटरनेट एक्सेस करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगा। ब्लॉकचेन-आधारित प्रौद्योगिकी के बारे में पूरी बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई जानकारी लेकर भारतीय युवाओं को क्रिप्टो उद्योग में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
इस कोर्स के कुछ अन्य लाभ हैं:
- यह निःशुल्क ब्लॉकचेन कोर्स ब्लॉकचेन और क्रिप्टो परिदृश्य की बुनियादी अवधारणाओं को सीखने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों के लिए सीखने का एक बेहतरीन और आसान अवसर है।
- क्रिप्टो और ब्लॉकचेन उद्योगों के बारे में बेहतर जानकारी से रोजगार सृजन में सहायता मिलती है।
- छात्रों को ब्लॉकचेन डेवलपर्स, डिजिटल भुगतान संचालक, सोशल मीडिया मार्केटिंग, फिनटेक कंपनियों में सामग्री निर्माण और ब्लॉकचेन स्टार्टअप जैसे रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- क्रिप्टो-अवेयर इन्फ्लुएंसर बनें ताकि आप सलाहकार की भूमिका निभा सकें।
- प्रमाणीकरण और मान्यता युवाओं को क्रिप्टोटेक उद्योग में सक्रिय रूप से अपना करियर बनाने में सक्षम बनाएगी, जिसमें ट्रेडिंग, पी2पी भुगतान, प्रेषण और खुदरा क्षेत्र में क्रिप्टो एप्लिकेशन शामिल हैं, जिसमें भारत में पिछले पांच वर्षों में 39% की वृद्धि हुई है।
गुरुकुल कांगड़ी के रजिस्ट्रार, सुनील कुमार ने कहा, “गुरुकुल को इस बात की खुशी है कि हम भारतीय युवाओं को उनकी सुविधा की भाषाओं में नवीनतम वित्तीय तकनीक पेश कर रहे हैं। WazirX और हमारे प्रौद्योगिकी विभाग के बीच यह अभिनव सहयोग इस प्रगतिशील क्षेत्र के ज्ञान को विकसित करने में मदद करेगा और इससे भारत की भावी पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगागा। हमारे #पढ़ेगादेशबढ़ेगादेश पहल के तहत यह कोर्स नि:शुल्क है और उत्तर प्रदेश में अब तक 10,000 से अधिक लोगों ने डिजिटल पंजीकरण करा लिया है।
WazirX बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई के संस्थापक और सीईओ निश्चल शेट्टी ने इस कोर्स के बारे में बात करते हुए कहा, “भारत में इस डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और यह कार्यक्रम सुनिश्चित करेगा कि युवा इसमें सबसे आगे हैं। आज बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई के युग में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के विशाल क्षेत्र को समझना अनिवार्य है और यह किस हद तक किसी भी व्यवसाय को अनुकूलित करने के साथ-साथ उनकी कमाई में काफी वृद्धि कर सकता है। इस बात का ध्यान रखा गया है कि एक सरल और सुरक्षित समुदाय का निरंतर नवाचार और निर्माण करके भारत को क्रिप्टो क्रांति में सबसे आगे रखना है जो एक सुरक्षित ब्लॉकचेन और क्रिप्टो लर्निंग इकोसिस्टम विकसित करने में उद्योग की सहायता करे।”
ग्लोबल आईटी एंड इनोवेशन एडवाइजर के कोर्स मेंटर सुदीन बराओकर ने कहा, “यह प्रशिक्षण भारत को अत्याधुनिक वित्तीय सेवाओं और फिनटेक सिस्टम को सीखने में मदद करेगा जो ब्लॉकचेन, क्रिप्टो, विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi), विकेंद्रीकृत स्वायत्त संगठन (DAO), नॉन फंजीबल बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई टोकन (NFT), सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC), डिजिटल एसेट्स, टोकनाइजेशन, सॉलिडिटी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, सॉलिडिटी, और RUST प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे प्रौद्योगिकियों और उभरते मॉडल का उपयोग कर रहे हैं। मास इनोवेशन और ट्रांसफॉर्मेशन के ये टूल हमारे देश को डिजिटल, कॉन्टैक्टलेस और सीमलेस बनाएंगे और अगले 15 से 20 वर्षों में आर्थिक स्थिति को 170 गुणा कर देंगे। हम इन एक्सपोनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टैक का उपयोग करके भारत को दुनिया की उभरती हुई टेक और इनोवेशन कैपिटल बनाना चाहते हैं।”
नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2030 तक क्रिप्टो उद्योग से लगभग 800,000 रोजगार पैदा होने की उम्मीद है। इस कोर्स की मदद से, भारतीय युवा क्रिप्टो और ब्लॉकचेन क्षेत्र में और अधिक स्टार्ट-अप का नेतृत्व बिटकॉइन पाठ्यक्रम पर कमाई करने में भी सक्षम होंगे। देश के करोड़ों क्रिप्टो निवेशक भी इस कोर्स से लाभान्वित होंगे और उन्हें दुनिया को बदलने वाली नई तकनीक को सीखने का मौका मिलेगा।
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गुरुकुल कांगड़ी के बारे में
गुरुकुल कांगड़ी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) की स्थापना 4 मार्च, 1902 को हरिद्वार में गंगा के तट से लगभग 6 किमी की दूरी और दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्वामी श्रद्धानंदजी द्वारा की गई थी, जिसका एकमात्र उद्देश्य प्राचीन भारतीय गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करना था। वैदिक साहित्य, भारतीय दर्शन, भारतीय संस्कृति, आधुनिक विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करके लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति का स्वदेशी विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से इस संस्थान की स्थापना की गई थी। यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग/भारत सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित एक डीम्ड विश्वविद्यालय है।
WazirX के बारे में
WazirX भारत में स्थित एक क्रिप्टो एक्सचेंज है जो उपयोगकर्ताओं को बिटक्वाइन, ईथर, लाइटक्वाइन और विभिन्न क्रिप्टो-परिसंपत्तियों को खरीदने, बेचने और व्यापार करने की सुविधा देता है। मात्रा के हिसाब से यह भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है। निश्चल शेट्टी, सिद्धार्थ मेनन और समीर म्हात्रे द्वारा स्थापित WazirX के 10 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। यह इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) का एक हिस्सा है।
अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
What is Digital Currency (Bitcoin) in Hindi - क्या है डिजिटल करेंसी बिटकॉइन
पिछली पोस्ट में हमनें आपको बताया था कि Bitwalking एप्प के जरिये आप केवल पैदल चलकर डिजिटल करेंसी कमा सकते हैं और उसे मनचाहे खर्च भी कर सकते हैं, लेकिन आप जानते हैं कि ये डिजिटल करेंसी क्या होती है अगर नहीं तो जानिये ये भविष्य की मुद्रा है - What is Digital Currency (Bitcoin) in Hindi - क्या है डिजिटल करेंसी बिटकॉइन
What is Digital Currency in Hindi - क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा
इसके कई नाम हैं ई-मुद्रा भी कह सकते हैं। यानि यह आपके नोटों की तरह नहीं होती है, केवल कंप्यूटर पर ही दिखाई देती है सीधे अापके जेब में नहीं आती है इसलिये इसे डिजिटल करेंसी, वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) कहते हैं, यह 2009 में लॉन्च हुई थी। इसके इस्तेमाल और भुगतान के लिये क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) का इस्तेमाल किया जाता है इसलिये इसे क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) भी कहा जाता है। दुनिया की पहली क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) है। इसको जमा करना माइनिंग (Mining) कहलाता है। क्रिप्टो करेंसी को दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है और किसी भी प्रकार की करेंसी में कनवर्ट किया जा सकता है जैसे डॉलर, यूरो, रूपया आदि।
What is Bitcoin in Hindi - बिटकॉइन क्या है
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा यानि वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) है, आप केवल ऑनलाइन खरीददारी (Online Shopping) और लेनदेन के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे माइनिंग (Mining) द्वारा कमाया जाता है और इसे स्टोर करने के लिये बिटकॉइन वॉलेट (Bitcoin Wallet) की आवश्यकता होती है, इसे सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने बनाया था। आज 1 Bitcoin लगभग 427 अमेरिकी डॉलर (US Dollar) यानि लगभग 28000 भारतीय रुपया(Indian Rupee) के बराबर है। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि वर्ष 2014 में 1 Bitcoin की कीमत 1000 अमेरिकी डॉलर से भी ऊपर चली गयी थी। बिटकॉइन के भुगतान के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है।
What is Cryptography in Hindi - क्रिप्टोग्राफी क्या है
क्रिप्टोग्राफी एक प्रकार का कूट-लेखन (encode) है यानि जिसमें भेजे गये संदेश या बिटकॉइन या जानकारी को सांकेतिक शब्दों में बदलना होता है, जिससे उसे भेजने वाला या रिसिव करने वाला ही पढ जायें या खोल पायें, उदाहरण के लिये आपमें से जो लोग स्टेनोग्राफी (stenography) का एग्जाम (exam) की तैयारी कर रहे होगें उन्होंने शॉर्टहैंड (Shorthand) जरूर सीखा होगा, इसमें भी एेसा ही होता है कि आप शब्दों को अपने हिसाब से संकेतों में बदल देते हैं, जिससे या तो आप ही उसे पढ पाते हैं या दूसरा कोई व्यक्ति जो शॉर्टहैंड जानता हो, कुछ इसी तरह होती है क्रिप्टोग्राफी, इसमें भी बिटकॉइन के भुगतान हेतु कूट-लेखन द्वारा सुरक्षित किया जाता है।
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