Solana (SOL)
Founded by former Qualcomm, Intel, and Dropbox engineers in late-2017, Solana is a single-chain, delegated-Proof-of-Stake protocol whose focus is on delivering scalability without sacrificing decentralization or security.Core to Solana's scaling solution is a decentralized clock titled Proof-of-History (PoH), built to solve the problem of time in distributed networks in where there is not a single, trusted, source of time. By using Verifiable Delay Functions, PoH allows each node to locally generate timestamps with SHA256 computations. This eliminates the need for the broadcasts of timestamps accross the network, improving overall network efficiency. Solana’s mission is to support all high-growth and high-frequency blockchain applications, and to democratize the world’s financial systems.
ई-मैंडेट
ई-मैंडेट, कंपनियों के लिए भुगतान प्रोसेस को सुव्यवस्थित करने के लिए आरबीआई और नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा शुरू की गई एक फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग डिजिटल भुगतान सर्विस है. यह प्रोसेस फर्म के लिए मैनुअल हस्तक्षेप के बिना भुगतान एकत्र करने के लिए एक अंतर्निहित इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में काम करती है.
इस तरह का मैंडेट एक स्थायी निर्देश के रूप में काम करता है जो बैंकों को आपके बैंक अकाउंट से निर्दिष्ट राशि डेबिट करने की अनुमति देता है. इसके अलावा, कंपनियों और व्यक्तियों के लिए अपने शेड्यूल किए गए भुगतान को मैनेज करना सुविधाजनक होता है.
पहले यह मैंडेट ऑफलाइन उपलब्ध था, लेकिन ऑनलाइन प्रोसेस ने इसे अधिक सुविधाजनक बना दिया है. अब जब आप ई-मैंडेट की परिभाषा के बारे में जानते हैं, तो इस प्रोसेस के विवरण के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें.
बजाज फिनसर्व ई-मैंडेट के लिए रजिस्टर कैसे करें?
चरण 2: ई-मैंडेट विकल्प चुनें
चरण 3: सभी व्यक्तिगत विवरण देखें और 'आगे बढ़ें' विकल्प पर क्लिक करें
चरण 4: अपने बैंक अकाउंट की जानकारी को सत्यापित करें, अपना पसंदीदा रजिस्ट्रेशन मोड चुनें, डिस्क्लेमर पढ़ें, और फिर 'सबमिट करें' विकल्प पर क्लिक करें
चरण 5: अगर आप ओटीपी विकल्प के साथ आगे बढ़ने का फैसला करते हैं, तो अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त कोड दर्ज करें और 'सबमिट करें' पर क्लिक करें’
वैकल्पिक रूप से, अगर आप 'डेबिट कार्ड/नेट बैंकिंग' विकल्प चुनते हैं, तो आपको 'डिजियो पेज' पर ले जाया जाएगा’. यहां फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग आप अपने रजिस्ट्रेशन मोड पर क्लिक कर सकते हैं, डिस्क्लेमर पढ़ सकते हैं और फिर इसे सबमिट कर सकते हैं. डिजियो एनपीसीआई के माध्यम से ई-मैंडेट प्रोसेस का अधिकृत एग्रीगेटर है.
चरण 6: उपरोक्त प्रोसेस फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग में से किसी एक को पूरा करने के बाद, आपको आपकी पसंदीदा बैंक की वेबसाइट पर ले जाया जाएगा.
- नेट बैंकिंग के साथ: बैंक की वेबसाइट का उपयोग करके बजाज फिनसर्व के ई-मैंडेट को प्रमाणित करने के लिए अपना लॉग-इन विवरण और ओटीपी दर्ज करें
- डेबिट कार्ड के साथ : डेबिट कार्ड से बजाज फिनसर्व ई-मैंडेट को ऑनलाइन पूरा करने के लिए, बैंक की वेबसाइट का उपयोग करके अपने डेबिट कार्ड का विवरण और ओटीपी प्रदान करें
चरण 7: इस मैंडेट के प्रमाणित होने के बाद, आपका बैंक इसे कुछ समय में अप्रूव करेगा
ऊपर बताए गए चरणों को पूरा करने के बाद, आपकी एप्लीकेशन आपके संबंधित बैंक के साथ रजिस्टर हो जाएगी. इसके बाद, आप अपने बजाज फिनसर्व अकाउंट में बजाज फिनसर्व ई-मैंडेट स्टेटस देख सकते हैं.
इसके अलावा, आपको यह भी जानना चाहिए कि आप किसी भी समय इस मैंडेट को कैंसल कर सकते हैं. आप बस अपने बैंक से संपर्क करके इस प्रोसेस को पूरा करना है. इसके विपरीत, संगठन भी संबंधित बैंकों के यहां फॉर्म जमा करके इसे कैंसल कर सकता है.
दो पूर्व छात्र आईआईटी दिल्ली के एन्डाउमेंट फंड में करेंगे 5 करोड़ का योगदान
नई दिल्ली, 14 जुलाई (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली की पूर्व छात्र पारुल और आलोक मित्तल ने संस्थान के एन्डाउमेंट फंड (बंदोबस्ती कोष) में 5 करोड़ रुपये के योगदान का संकल्प लिया है।
इस कोष का उद्देश्य वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के माध्यम से भारत और दुनिया में योगदान करना है। इसके अलावा उद्योग और समाज के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में सेवा करना और सभी भारतीयों के लिए गौरव का स्रोत बने रहना है।
पारुल आईआईटी दिल्ली की 1995 बैच की इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक है। उन्होंने उमीच, एन आर्बर से कंप्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर किया। वह एक बेस्ट-सेलर उपन्यासकार हैं, उन्होंने तीन लाइट-रीड फिक्शन उपन्यास प्रकाशित किए हैं। वह एक कलाकार भी हैं और उन्होंने गुरुग्राम में अपने चित्रों की प्रदर्शनी लगाई है। पेशेवर रूप से, पारुल को कोडिंग, समस्या समाधान और शोध करना पसंद है।
पारुल ने अपने शुरुआती करियर के दौरान आईबीएम रिसर्च में काम किया और कई पेपर और पेटेंट लिखे। उन्होंने कई वर्षों तक पेरेंटिंग स्पेस में अपना स्टार्टअप भी चलाया। उन्होंने 2019 में क्वांट रिसर्चर के रूप में हाई फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग स्टार्टअप में शामिल होने से पहले यात्रा डॉट कॉम में वीपी, प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में कुछ समय के लिए काम किया।
आलोक आईआईटी दिल्ली (कंप्यूटर साइंस 1994 बैच) और यूसी, बर्कले से स्नातक हैं। उन्हें शिक्षा और उद्यमिता का शौक है। वह टीआईई दिल्ली के बोर्ड में कार्यरत हैं, इंडियन एंजेल नेटवर्क की स्थापना की है, और प्लाक्षा विश्वविद्यालय में संस्थापक ट्रस्टी हैं। वह कई वर्षों से स्कूली छात्रों को मनोरंजक गणित और समस्या समाधान पढ़ा रहे हैं।
आलोक ने 1999 में अपने पहले स्टार्टअप के साथ उद्यमिता की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कनान पार्टनर्स के लिए भारत उद्यम पूंजी संचालन की फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग स्थापना और संचालन किया। वह वर्तमान में एमएसएमई वित्तपोषण के लिए भारत के अग्रणी डिजिटल प्लेटफॉर्म इंडिफी टेक्नोलॉजीज में सह-संस्थापक और सीईओ हैं।
आवृत्ति किसे कहते है | Frequency in hindi
Frequency in hind
हम अपने दैनिक जीवन में कई प्रकार के कंपन्न देखते है लेकिन आज हम आपको वैद्युतिक कंपन्न यानी आवृत्ति के बारे में बताने वाले है |
साथियों वैद्युतिक क्षेत्र में आपने कई प्रकार की वैद्युतिक राशियों के नाम सुने होंगे उन्ही राशियों में से एक है आवृत्ति ( Frequency) | इस आर्टिकल में हम चर्चा करेंगे की आवृत्ति यानि की फ्रीक्वेंसी किसे कहते है , फ्रीक्वेंसी का मात्रक क्या है , फ्रीक्वेंसी का SI मात्रक क्या है तथा फ्रीक्वेंसी से जुड़े अन्य रोचक तथ्य एवं जानकारी के बारे में |
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आवृत्ति किसे कहते है | Frequency in Hindi
किसी इलेक्ट्रिकल सर्किट में अल्टरनेटिंग करंट (AC) के द्वारा एक सेकंड समय में पुरे किये जाने वाले साइकिल की संख्यां को आवृत्ति या frequency कहा जाता है |
Frequency को f से प्रदर्शित करते है | तथा फ्रीक्वेंसी का मात्रक हर्ट्ज़ होता है | यदि हम बात करे फ्रीक्वेंसी के व्यापारिक या SI मात्रक की तो फ्रीक्वेंसी का SI मात्रक साइकिल प्रति सेकंड C/s होता है | फ्रीक्वेंसी का पुराना मात्रक कंपन्न प्रति सेकंड था |
इसके अतरिक्त हम आपको बता दे फ्रीक्वेंसी को मापने के लिए फ्रीक्वेंसी मीटर का उपयोग किया जाता है जिसे सिंगल फेज सप्लाई में सामान्तर क्रम में जोड़ते है तथा थ्री फेज सप्लाई की फ्रीक्वेंसी मापने के लिए दो फेजों के मध्य जोड़ा जाता है |
भारत में फ्रीक्वेंसी का मान कितना होता है
भारत में उत्पन्न सप्लाई की फ्रीक्वेंसी का मान 50 हर्ट्ज़ होता है | यानी की भारत में प्रत्यावर्ती धारा एक सेकंड में 50 साइकिल ( चक्र ) पूरा करती है |
प्रत्यावर्ती धारा की एक साइकिल में दो चक्र होते है आधा चक्र धनात्मक तथा आधा चक्र ऋणात्मक | प्रत्यावर्ती साइकिल के एक चक्र को पूरा करने में प्रत्यावर्ती धारा का मान चार बार शून्य होता है |
फ्रीक्वेंसी के सूत्र
किसी AC जनरेटर या अल्टरनेटर द्वारा उत्पन्न फ्रीक्वेंसी की गणना करने के लिए निम्न सूत्र का उपयोग किया जाता है –
यहाँ
f = फ्रीक्वेंसी हर्ट्ज़ में
P = पोल्स की संख्या
N = RPM ( एक मिनट में रोटर के घुमने की संख्या )
example –
एक अल्टरनेटर फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग को 1500 RPM पर घुमाया जाता है यदि इस अल्टरनेटर में 4 पोल है तो अल्टरनेटर द्वारा उत्पन्न की जाने वाली फ्रीक्वेंसी का मान कितना होगा |
Ans – 50 Hz
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तो यह थी फ्रीक्वेंसी के बारे में कुछ सामान्य जानकारी | यदि यह जानकरी आपको पसंद आती है तो कृपया अपने साथियों के साथ जरुर शेयर करे |
कभी McDonald में करते थे काम, आज है मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से भी ज्यादा रईस
नई दिल्ली: चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) को लेकर जो नई रिपोर्ट आई है उसके अनुसार वो अब भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से भी ज्यादा संपत्ति के मालिक हैं. Bloomberg की ताजा रिपोर्ट के अनुसार Changpeng Zhao का नेटवर्थ 96 बिलियन डॉलर पहुंच गया है.
आपको बता दें कि Changpeng Zhao को CZ के नाम से भी जाना जाता है. वो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Binance के फाउंडर और CEO है. वो इससे पहले भी क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री में काम कर चुके हैं. झाओ ने Blockchain.info डेवलप करने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं.
इसके अलावा वो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज OKCoin में बतौर चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर भी काम कर चुके हैं. Changpeng Zhao का जन्म चीन में हुआ लेकिन लगभग 12 साल की उम्र में वो फैमली के साथ कनाडा शिफ्ट हो गए.
उनके मां-पिता दोनों ही शिक्षक के तौर पर चीन में काम कर रहे थे. झाओ ने अपनी फैमली को सपोर्ट करने के लिए कई जगहों पर काम किया. उन्होंने McDonald में भी काम किया था.
McGill University में पढ़ाई के दौरान उन्होंने कंप्यूटर साइंस में काफी दिलचस्पी दिखाई. ग्रेजुएट होने के बाद उन्हें Tokyo Stock Exchange में सबकॉन्ट्रैक्टर के तौर उन्हें इंटर्नशिप मिली. वो वहां पर ट्रेड ऑर्डर के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करते थे. इसके बाद उन्होंने चार सालों तक Bloomberg Tradebook में काम किया.
साल 2005 में वो शंघाई गए जहां उन्होंने ब्रोकर के लिए सबसे तेज फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग सिस्टम Fusion Systems की स्थापना की. क्रिप्टो की तरफ उनका झुकाव साल 2013 के बाद शुरू हुआ. उसके बाद उन्होंने Blockchain.info और OKCoin के साथ काम किया.
साल 2017 में उन्होंने OKCoin को छोड़ एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Binance को शुरू किया. इसे जुलाई 2017 में लॉन्च किया गया था. लॉन्च के 8 महीने के अंदर झाओ ने Binance को ट्रेडिंग वॉल्यूम के अनुसार दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बना दिया.
Zhao ने ब्लॉकचेन नेटवर्क Binance Smart Chain को भी लॉन्च किया. इससे वो डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस इंडस्ट्री के डेवलपमेंट में कंट्रीब्यूट कर रहे हैं. पिछले साल Bloomberg Markets को दिए एक इंटरव्यू में Zhao ने बताया कि उनके लिक्विड नेटवर्थ का 100 परसेंट क्रिप्टोकरेंसी के फॉर्म में है.
एक इंटरव्यू में उन्होंने ये भी बताया कि वो अपनी संपत्ति का 99 परसेंट हिस्सा डोनेट कर देंगे जैसा की बाकी एंटरप्रेन्योर और फाउंडर्स करते हैं. Binance को चीन में लॉन्च किया था लेकिन क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को चीन में बैन करने से पहले ही उन्होंने हेडक्वार्टर को जापान शिफ्ट कर लिया.
Binance की सफलता के कारण ही अब Changpeng Zhao का नेटवर्थ 96 बिलियन डॉलर पहुंच गया है. हालांकि, इनकी संपत्ति इससे भी ज्यादा हो सकती है क्योंकि इसमें झाओ के द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में किए गए इनवेस्ट को शामिल नहीं किया गया है.
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