Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना

ट्रेडिंग करेंसियां

The Currency market which was till now restricted to banks, and OTC’S, is now opened for retail investors.as well. It actually completes the list of investment avenues for the investor. An investor's portfolio can now include equities, commodities as also currency.

गुरू नानक जयंती पर आज बाजार बंद, करेंसी मार्केट में भी नहीं होगा कारोबार

शेयर बाजार में इस हफ्ते गिरावट हावी रही। हफ्ते में 4 दिन कामकाज हुआ इसमें से भी बाजार में लगातार 3 दिन गिरावट देखने को मिली।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: November 19, 2021 11:12 IST

गुरू नानक जयंती पर आज. - India TV Hindi

Photo:PTI

गुरू नानक जयंती पर आज शेयर बाजार बंद

Highlights

  • नवंबर के महीने में शेयर बाजार 3 दिन सामान्य कारोबार के लिये बंद रहा
  • दीवाली के दिन सामान्य कारोबार की जगह 1 घंटे की विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग हुई

नई दिल्ली। गुरू नानक जयंती की वजह से आज शेयर बाजार बंद हैं। इसके साथ ही आज करेंसी और डेरिवेटिव मार्केट में भी कामकाज नहीं होगा। अगले दो दिन बाजार में साप्ताहिक अवकाश रहेगा । यानी शेयर बाजार, डेरिवेटिव और करेंसी मार्केट में अब अगला सत्र सोमवार को होगा।

नवंबर के महीने में 3 दिन शेयर बाजार बंद रहे, इसमें से एक दिन यानि दीवाली को सामान्य कामकाज नही हुआ लेकिन 1 घंटे की विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग हुई। वहीं दीवाली के अगले दिन कामकाज बंद रहा। इससे पहले अप्रैल में भी शेयर बाजार 3 अलग अलग दिन अवकाश की वजह से बंद रहे थे। आज का अवकाश इस साल का शेयर बाजार का आखिरी अवकाश है। यानी शेयर बाजार में अब इस साल के बाकी दिन प्रत्येक सप्ताह में पांचों दिन कारोबार होगा। नए साल पर पहली छुट्टी 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन रहेगी।

इससे पहले गुरुवार के कारोबार में शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन की गिरावट के साथ बंद हुआ। गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 372 अंक की गिरावट के साथ 59,636.01 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी 134 अंक की गिरावट के साथ 17765 के स्तर पर बंद हुआ। बीते 3 सत्र में सेंसेक्स एक हजार अंक से ट्रेडिंग करेंसियां ज्यादा गिरावट दर्ज कर चुका है।

फीचर आर्टिकल: कॉइन स्विच के साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग उतनी ही आसान है जितना अपना फेवरेट फूड ऑर्डर करना

बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी को लेकर तमाम तरह की बहस और तर्क-वितर्क के बावजूद भारत की जनता ने सुरक्षा जुड़े तमाम संदेह दरकिनार करते हुए न केवल क्रिप्टो करेंसी को अपनाया है, बल्कि दुनिया में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करने वाली सबसे बड़ी आबादी भारत की ही है। भारत में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग को आसान, सुलभ और सुरक्षित बनाने में बहुत बड़ा हाथ देश के तेजी से बढ़ते क्रिप्टो ऐप कॉइन स्विच कुबेर का है। भारत के सबसे सरल क्रिप्टो ऐप कॉइन स्विच कुबेर के साथ 1.2 करोड़ का विशाल निवेशक वर्ग जुड़ चुका है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

कोई बैंक या मध्यस्थ नहीं, आप हैं अपनी संपत्ति के खुद मालिक
क्रिप्टो करेंसी एक डीसेंट्रलाइज डिजिटल एसेट है। यानी रुपए या डॉलर या किसी और मुद्रा की तरह इसके मूल्य को रिजर्व बैंक या फेडरल रिज़र्व जैसी सेंट्रल अथॉरिटी नियंत्रित नहीं करती, बल्कि अपनी संपत्ति के आप खुद मालिक होते हैं।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी है सुरक्षित, हर लेनदेन का विवरण होता है दर्ज
दुनियाभर में चल रही अधिकांश क्रिप्टो करेंसी के पीछे बहुत ही शक्तिशाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी होती है। ढेरों ब्लॉक्स एक दूसरे से इंटरलिंक रहते हैं और हर एक में लेनदेन का विवरण स्टोर रहता है।

Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ट्रेडिंग करेंसियां ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना

Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना

Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना

करेंसी ट्रेडिंग में लाखों निवेश कर करोड़ों रुपये कमाने का सपना दिखाकर डिमैट खुलवाने वाले एक साइबर ठग (Cyber Fraud) को उत्तर प्रदेश साइबर सेल ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों को कॉल कर डिमैट अकाउंट (Demate Account) खुलवाकर करेंसी ट्रेडिंग (Currency Treading) कर मोटा पैसा कमाने का सपना दिखाता था।

यह लोग अपने एक फर्जी ऐप (Fake Demate App) की मदद से लोगों के रुपये को निवेश कराकर डिजिटल रूप से ही लाखों रुपये बढ़ा देते थे। जबकि हकीकत में निवेश किया गया रुपया तेजी से बढ़ना तो दूर शेयर की चढ़त और गिरावट के बीच नीचे आ जाता था। लोगों के रुपये निकालने की बात कहने पर आरोपी जीएसटी से लेकर कमिशन के रूप में लाखों रुपये वसूलकर खाता बंद कर देते थे। इसके बाद निवेशक को अपने साथ ठगी का पता लगता था। इसी गिरोह का भाड़ाफोड़ कर पुलिस ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी के अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी है।

जांच के बारे में बात करते हुए एसपी साइबर क्राइम, प्रो त्रिवेणी सिंह ने कहा, “हमने इसी तरह के अन्य गिरोह की पहचान की है, जो निवेश के बहाने नागरिकों को धोखा दे रहे हैं। वे नकली निवेश ऐप बनाकर लोगों को लुभा रहे हैं। इसी तरह, लोग हैं नकली क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश ऑपरेटरों द्वारा ठगा जा रहा है। हम ऐसे धोखाधड़ी की जांच कर रहे हैं और एक कार्रवाई शुरू करेंगे।

दरअसल, कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के चिरंजीव विहार निवासी अशोक कुमार साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ शातिर ठगों ने उसे कॉल कर डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए प्रभावित किया। इसके बाद 15 लाख रुपये निवेश कराकर धोखाधड़ी कर ली। साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच की तो मध्य प्रदेश का लिंक मिला। पुलिस ने मामले की जांच कराकर छापेमारी कर मध्यप्रदेश से शोएब मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मध्यप्रदेश के देवास स्थित त्रिवेणी नगर में रहता था। वह यहां कॉल सेंटर चलाकर लड़के लड़कियों से फोन कराकर लोगों को डिमैट अकाउंट खुलवाने का प्रलोभन दिलाता था।

ऐसे किया करोड़ों का खेल, अब पुलिस ने दबोचा
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के इंदौर में अमदानी सॉल्यूशन के नाम से एक सेंटर चलाते थे। इसमें आरोपी अपने साथियों की मदद से लोगों को फोन कर करेंसी ट्रेडिंग के लिए डिमैट अकाउंट खुलवाते थे। यह लोग कॉल कर लोगों को जल्द से जल्द रुपया डबल करने का लालच देते थे। अकाउंट खुलवाकर आरोपी उक्त शख्स का यूजर आईडी और पासवर्ड अपने पास रख लेते थे। जिसे डिमैट अकाउंट का एक्सिस कर सकें। ट्रेडिंग करेंसियां साथ ही आरोपी ग्राहकों से निवेश के लिए अलग अलग अकाउंट से पैसा मंगाते थे।

फर्जी ऐप से बढ़ती दिखाई देती करेंसी
आरोपी निवेशकों को एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते थे। यह फर्जी ऐप आरोपियों ने इंटरनेट और प्ले स्टोर (Play Store) पर डाला हुआ था। जिसमें आरोपी अपने हिसाब से सेटिंग करते थे। इन ऐप्स को निवेशक को अपना पैसा बढ़ता दिखाई देता था, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी। जिसकी भनक निवेशक को दूर दूर तक नहीं लगती थी।

जैसे ही अमाउंट बहुत ऊपर जाता निवेश अपना प्रोफिट निकालने की मांग करता था। इस पर भी आरोपी जीएसटी, कमीशन और फीस के नाम पर पीड़ित से अलग अलग अकाउंट्स में रुपया जमा करा लेते थे। जैसे ही पीड़ित को ठगी का शक होता। आरोपी ठग उसका खाता ब्लॉक कर नंबर बंद कर देते थे। आरोपी ने अपने इस जाल में फसांने के लिए लड़के और लड़कियों को कॉल करने के लिए रखा हुआ था। बताया जा रहा है कि आरोपी अब तक करीब 100 लोगों से 15 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है। साइबर पुलिस आरोपी शोएब के अन्य साथियों का भी पता लगाने में जुटी है।

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