केवाईसी (KYC- Know your customer) एक वित्तीय संस्थान द्वारा ग्राहक की पहचान का अनिवार्य सत्यापन है। केवाईसी प्रक्रिया में विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं जिनका उपयोग आपकी पहचान को सत्यापित करने के लिए किया जा सकता है जैसे वैध पहचान पत्र, उपयोगिता बिल, और इसी तरह। प्रोफाइल टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पहचान (identification) विकल्प चुनें।

Crypto और Stocks में क्या अंतर है? Difference Between Crypto and Stocks in Hindi

जैसे जैसे भारत में Crypto निवेशकों की संख्या बढ़ती जा रही है। वैसे वैसे लोगों के बीच में ये उत्सुकता भी बनी हुई है की “What are the Differences Between Crypto and Stocks in Hindi”. तो साथियों हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे की Crypto और Stocks के बीच में क्या अंतर है।

इसके अलावा अगर आप इंटरनेट के ढूंढ रहें हो जैसे की Difference Between Crypto and Stocks in Hindi, Crypto aur Stocks me anter, Crypto Stocks se kaise alag hai, Crypto aur Stocks ke fayde nuksan, Which is Best out of Crypto and Stocks in Hindi, आदि।

तो आपको इन बातों के बारे में जानने के लिए कहीं ओर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि हम आपको इन सभी सवालों का जवाब बड़ी स्टॉक एक्सचेंज पर एक क्रिप्टोकुरेंसी कैसे बनाएं स्टॉक एक्सचेंज पर एक क्रिप्टोकुरेंसी कैसे बनाएं ही आसान भाषा में देंगे ताकि आपको भी पता चल सके कि आपके लिए कौन सी Investment बेहतर रहेगी।

Crypto और Stocks में क्या अंतर है? Difference Between Crypto and Stocks in Hindi

यदि हम बात करें Cryptocurrency की तो एक प्रकार की Digital Assets हैं जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है।

वहीं दूसरी ओर Stocks किसी कम्पनी की हिस्सेदारी होती है। जिसमें आपके द्वारा खरीदे हुए शेयर्स के बदले आपको उस कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है। ये दोनो ही अलग अलग Asset Class हैं। मगर हम इन दोनो को ही Trade कर सकते हैं, तथा लंबी अवधि के लिए निवेश भी कर सकते हैं।

अगर हम इन दोनो ही Assets की बात करें तो दोनों से ही निवेशक पैसा कमाना चाहते हैं। मगर दोनों में निवेश करने का तरीका भिन्न भिन्न है। यदि आप Crypto में निवेश करते हैं तो आपको न ही यहां Stocks की तरह कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है और ना ही यहां कोई डिविडेंट मिलता है।

Cryptocurrency क्या है? What is Cryptocurrency in Hindi?

अगर साधारण शब्दों में कहें तो Crypto currency एक Digital Currency है जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है। इसमें Cryptography तकनीक का उपयोग कर इसे सुरक्षित बनाया जाता है। इसकी सभी लेनदेन अच्छे से वेरिफाई की जाती हैं तभी ये पूरी हो पाती हैं। तथा हमे ट्रांजेक्शन के लिए किसी Exchange का उपयोग करना होता है। और यहां पर दो प्रकार के Crypto Exchanges होते हैं। जो की Centralized Crypto Exchanges और Decentralized Crypto Exchanges होते हैं।

Stocks का मतलब होता है किसी भी बिजनेस में खरीदे हुए Stocks के अनुसार मालिकाना हक मिलना, यहां पर आपको कम्पनी में उतनी ही हिस्सेदारी मिलती है जीतने प्रतिशत अपने Stocks खरीदे हैं। इसमें शेयरधारकों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार ही मुनाफा और घाटा होता है। शेयर बाजार में Stocks का मूल्य कंपनी के प्रदर्शन पर तथा बाजार में कुछ नई घोषणा या किसी खबर के हिसाब से ऊपर नीचे होता है।

Crypto और Stocks में क्या अंतर है? Difference Between Crypto and Stocks in Hindi

यदि हम बात करें Cryptocurrency की तो एक प्रकार की Digital Assets हैं जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है।

वहीं दूसरी ओर Stocks किसी कम्पनी की हिस्सेदारी होती है। जिसमें आपके द्वारा खरीदे हुए शेयर्स के बदले आपको उस कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है। ये दोनो ही अलग अलग Asset Class हैं। मगर हम इन दोनो को ही Trade कर सकते हैं, तथा लंबी अवधि के लिए निवेश भी कर सकते हैं।

अगर हम इन दोनो ही Assets की बात करें तो दोनों से ही निवेशक पैसा कमाना चाहते हैं। मगर दोनों में निवेश करने का तरीका भिन्न भिन्न है। यदि आप Crypto में निवेश करते हैं तो आपको न ही यहां Stocks की तरह कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है और ना ही यहां कोई डिविडेंट मिलता है।

Cryptocurrency क्या है? What is Cryptocurrency in Hindi?

अगर साधारण शब्दों में कहें तो Crypto currency एक Digital Currency है जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है। इसमें Cryptography तकनीक का उपयोग कर इसे सुरक्षित बनाया जाता है। इसकी सभी लेनदेन अच्छे से वेरिफाई की जाती हैं तभी ये पूरी हो पाती हैं। तथा हमे ट्रांजेक्शन के लिए किसी Exchange का उपयोग करना होता है। और यहां पर दो प्रकार के Crypto Exchanges होते हैं। जो की Centralized Crypto Exchanges और Decentralized Crypto Exchanges होते हैं।

Stocks का मतलब होता है किसी भी बिजनेस में खरीदे स्टॉक एक्सचेंज पर एक क्रिप्टोकुरेंसी कैसे बनाएं हुए Stocks के अनुसार मालिकाना हक मिलना, यहां पर आपको कम्पनी में उतनी ही हिस्सेदारी मिलती है जीतने प्रतिशत अपने Stocks खरीदे हैं। इसमें शेयरधारकों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार ही मुनाफा और घाटा होता है। शेयर बाजार में Stocks का मूल्य कंपनी के प्रदर्शन पर तथा बाजार में कुछ नई घोषणा या किसी खबर के हिसाब से ऊपर नीचे होता है।

Main Differences Between Crypto and Stocks in Hindi

अगर हम इन दोनों में अंतर की बात करें तो यहां पर ऐसी काफी भिन्नताएं हैं जो हमे देखने को मिलती हैं, तथा आपको भी इन्हें अवश्य जानना चाहिए।

Exchanges

यदि हम Crypto Exchanges की बात करें तो ये Stock Market Exchanges की तुलना में काफी नए हैं। यहां पर दुनिया का सबसे बड़ा Crypto Exchange, स्टॉक एक्सचेंज पर एक क्रिप्टोकुरेंसी कैसे बनाएं Binance ही वर्ष 2017 में लॉन्च हुआ था। 2021 के मध्य में इसके ऊपर Daily Trading Volume $50 Billion थी।

अगर हम बात करें Share Market Exchanges की तो ये सैंकड़ों साल पुराने हैं, और NASDAQ की एक दिन की कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का जिक्र करें तो Binance से 5 गुणा अधिक है। और ये तो सिर्फ एक देश का Stock Exchange है। इसी तरह हर देश में अलग अलग Stock Exchanges हैं।

केंद्र के फैसले से बिटकॉइन बोल्ड: दुनिया में क्रिप्टो का मार्केट गिरा; बिटकॉइन में 8.74% की गिरावट; इस करेंसी से जुड़ी हर बात जानिए

केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की खबर के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। हालाकि आज सुबह 10 बजे बिटकॉइन 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही था लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली। शाम साढ़े 5 बजे इसमें 8.72% रह गई थी। यानी निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसियों पर बना हुआ है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

चरण 3: अपनी पहचान सत्यापित (verify) करें

अपना केवाईसी विवरण दर्ज करने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने के लिए वेरीफाई (verify) बटन पर क्लिक करें। कृपया ध्यान दें कि जमा किए गए दस्तावेज़ केवल आपकी राष्ट्रीयता के अधिकारियों द्वारा जारी किए हुए होने चाहिए।

पुष्टि करें कि आपके केवाईसी सत्यापन को स्वीकार करने के लिए प्रस्तुत किए गए विवरण सटीक हैं। सत्यापन प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, जिसके बाद आपका खाता ट्रेडिंग के लिए तैयार हो जाएगा। आपके पास बुनियादी (basic) से उन्नत (advanced) सत्यापन मॉडल पर स्विच करने का विकल्प भी होगा।

चरण 5: बिनेंस पी2पी के माध्यम से INR में बिटकॉइन खरीदें

बिनेंस पी2पी (पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज) एक ऐसा बाज़ार है जहाँ लोग लगभग किसी भी देश में अपनी शर्तों पर एक-दूसरे के साथ सीधे क्रिप्टो व्यापार कर सकते हैं। 70 से अधिक फिएट मुद्राओं के साथ, पी2पी मार्केटप्लेस भारतीय निवेशकों के लिए भारतीय रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बनाता है।

मार्केटप्लेस पर जाने के लिए, वॉलेट टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पी2पी विकल्प पर क्लिक करें। आप यहां क्लिक करके भी मार्केटप्लेस जा सकते हैं।

चरण 6: बिटकॉइन खरीदने के लिए अपनी आवश्यकताओं को भरें

व्यापार करने के लिए क्रिप्टोकुरेंसी के रूप में बीटीसी का चयन करें, और फिर 'खरीदें' विकल्प चुनें। वह राशि दर्ज करें जिसे आप फिएट मुद्रा के रूप में INR के साथ खरीदना चाहते हैं। उस भुगतान विकल्प का चयन करें जिसे आप मौजूद विभिन्न विकल्पों में से चुनना चाहते हैं। बिनेंस द्वारा सत्यापित व्यापारियों की सूची के साथ बिटकॉइन से INR मूल्य और, उनकी न्यूनतम और अधिकतम बिक्री की सीमा के लिए "केवल व्यापारी विज्ञापन दिखाएं" (“only show merchant ads “) विकल्प पर क्लिक करें।

उपयुक्त मर्चेंट का चयन करने के बाद, बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") विकल्प पर क्लिक करें और अपनी चयनित फिएट मुद्रा में खरीदारी करने के लिए राशि भरें।

बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") पर क्लिक करने के बाद, आपके पास पहले चुने गए भुगतान विकल्प के माध्यम से मर्चेंट को फंड ट्रांसफर करने के लिए 15 मिनट की समय सीमा होगी। भुगतान करें, और फिर "स्थानांतरित, अगला" (“Transferred, NEXT”) पर क्लिक करें।

Cryptocurrency का भारत में भविष्य क्या?

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)

भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या होगा. ये संसद में आने वाले बिल के बाद तय होगा. क्योंकि बहुत जल्द सरकार संसद में क्रिप्टो करेंसी रेगुलेशन बिल पेश करने वाली है. ऐसे में निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लग गया तो उनके पैसे का क्या होगा. तो हम आपको पूरी रिसर्च के बात बताते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर आगे की राह क्या होगी. ऐसे में अगर बैन लग गया तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंज के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा. क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए रुपये को डॉलर या दूसरी करेंसी में कन्वर्ट नहीं कर पाएंगे. साथ ही दूसरी करेंसी में खरीदे गए क्रिप्टो कॉ़इन को बेचकर रुपये में ट्रांजेक्शन नहीं होगा.

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