भारी रेवेन्यू की उम्मीद में सरकार ने बजट 2022 में सभी प्रकार के क्रिप्टो या वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रांसफर पर 1 फीसदी टीडीएस लगाने और क्रिप्टो लेन-देन में हुए मुनाफे पर फ्लैट 30 फीसदी टैक्स का ऐलान किया था. (Image- Pixabay)
क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करें
क्रिप्टोकरेंसी बाजारों की अपनी विशेषताएं हैं। आप उन्हें सीख सकते हैं और ट्रेड में उनका उपयोग कर सकते हैं। यह खंड आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग की मूलभूत बातों के बारे में शिक्षित करेगा ताकि आप आसानी से इसमें शुरुआत कर सकें।
क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करने के बारे में अधिक
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित एक वर्चुअल असेट है। क्रिप्टोकरेंसी की मुख्य विशेषता विकेंद्रीकरण और केंद्रीय नियामक निकाय न होना है। इसका मतलब है कि बैंक और कर अधिकारी क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने और क्रिप्टो असेट के उपयोगकर्ताओं के लेनदेन क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? को प्रभावित या इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं।
दिलचस्प बात, है ना? और यह बहुत लाभदायक भी है। इसलिए क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? लाखों लोग क्रिप्टो में निवेश और ट्रेडिंग करने के इच्छुक हैं। क्या आप इस समुदाय में शामिल होना चाहते हैं और नौसिखियों के लिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड करने के तरीके के बारे में दिशानिर्देश ढूंढ रहे हैं? आप सही जगह पर आ पहुंचे हैं।
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Crypto TDS: क्रिप्टो ट्रेडिंग पर 1% टीडीएस से घट सकता है सरकार का रेवेन्यू, समझें पूरा कैलकुलेशन
भारी रेवेन्यू की उम्मीद में सरकार ने बजट 2022 में सभी प्रकार के क्रिप्टो या वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रांसफर पर 1 फीसदी टीडीएस लगाने और क्रिप्टो लेन-देन में हुए मुनाफे पर फ्लैट 30 फीसदी टैक्स का ऐलान किया था. (Image- Pixabay)
Crypto TDS: क्रिप्टो को लेकर निवेशकों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है. इसकी ट्रेडिंग से भारी रेवेन्यू की उम्मीद में सरकार ने बजट 2022 में सभी प्रकार के क्रिप्टो या वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रांसफर पर 1 फीसदी टीडीएस लगाने और क्रिप्टो लेन-देन में हुए मुनाफे पर फ्लैट 30 फीसदी टैक्स का ऐलान किया था. मंगलवार (8 मार्च 2022) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार क्रिप्टो में रेवेन्यू की संभावनाएं तलाश रही है.
वहीं दूसरी तरफ निवेशक व ट्रेडर्स समेत क्रिप्टो इंडस्ट्री के सभी स्टेकहोल्डर्स क्रिप्टो टैक्स व टीडीएस रेट में कटौती की मांग कर रहे हैं.
यह रहा कैलकुलेशन
- शेट्टी ने कई ट्वीट के जरिए दिखाया कि कैसे 1 फीसदी टीडीएस सरकार के लिए कम रेवेन्यू वाला मॉडल साबित हो सकता है.
- पिछले साल भारत में 10 हजार करोड़ डॉलर (7.68 क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? लाख करोड़ रुपये) की क्रिप्टो का लेन-देन हुआ था और इस पर एक फीसदी टीडीएस का मतलब 100 करोड़ डॉलर (7684.35 करोड रुपये). हालांकि इसमें से अधिकतम हिस्सा रिफंड होगा क्योंकि टर्नओवर मुनाफा नहीं होता है.
- शेट्टी के मुताबिक भारतीयों के पास करीब 300 करोड़ डॉलर (23,038.80 करोड़ रुपये) के क्रिप्टो एसेट्स हैं.
- अगर इस पर 10 क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? फीसदी नेट प्रॉफिट हो रहा है तो 30 करोड़ डॉलर (2303.88 करोड़ रुपये) के मुनाफे पर 30 फीसदी की दर के हिसाब से 10 करोड़ डॉलर (767.96 करोड़ रुपये) का इनकम टैक्स चुकाना होगा. इसका क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? मतलब हुआ कि सरकार को हर साल 90 करोड़ डॉलर (6911.64 करोड़ रुपये) टीडीएस में रिफंड करना होगा.
- हालांकि इस 90 करोड़ डॉलर के सरकार के पास रहने से निवेशक कम पैसों से ही ट्रेडिंग क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? कर सकेंगे और फिर इससे उनका मुनाफा घटेगा और सरकार को मिलने क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं? वाला इनकम टैक्स कम हो सकता है.
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