हार्ट अटेक का कारण भी हो सकता है कंधे का दर्द, इसे उलटा सिर और कंधे क्या है? न करें अनदेखा!

>इलाज के दौरान भी कंधों में दर्द कम न हो तो क्या उसे गंभीर माना जाए?

अगर इलाज के दौरान कंधों में दर्द हो रहा है तो पेशेंट को घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि कंधों के इलाज के दौरान 6 महीने से 2 साल तक दर्द रह सकता है। कंधों का दर्द धीरे-धीरे ही जाता है।

>अगर कंधों में दर्द के कारण मूवमेंट न हो तो क्या वह उलटा सिर और कंधे क्या है? फ्रोजन शोल्डर कहलाएगा?

किसी भी तरह की चोट लगने या कंधों में मूवमेंट न होने की वजह से होने वाला दर्द फ्रोजन शोल्डर के कारण नहीं होता, इसलिए डॉक्टर की देख-रेख में ही इलाज कराएं।

>कंधों में दर्द के और क्या कारण हो सकते हैं?

कंधों में आर्थराइटस, चेस्ट वॉल या फिर गर्दन से भी दर्द आ सकता है। बाएं कंधे में दर्द हो तो यह हार्ट अटैक का भी लक्षण हो सकता है, इसलिए इसे अनदेखा न करें।

>किसी भी तरह के स्पोर्ट्स में हिस्सा लेते समय और एक्सरसाइज के दौरान कोच और फिजिकल ट्रेनर की देख-रेख जरूरी है। साथ ही अगर आपको कंधों में बिना बात या किसी कारण दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि यह हार्टअटैक का संकेत हो सकता है। डायबिटीज के पेशेंट्स को इसके लिए ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।

अगर आप भी हैल्थ से संबंधित कोई सवाल स्पेशलिस्ट से पूछना चाहते हैं तो हमें ई-मेल कर सकते उलटा सिर और कंधे क्या है? हैं। [email protected]

कंधों में दर्द, कहीं दिल की बीमारी तो नहीं

अगर आपके कंधों में अक्सर दर्द रहता है तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो उलटा सिर और कंधे क्या है? सकता है. जानें, किस रोग का संकेत हो सकता है, कंधों में दर्द.

Healthy Heart

मेधा चावला

  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2016,
  • (अपडेटेड 30 दिसंबर 2016, 2:24 PM IST)

अगर आपको कंधे में दर्द की शिकायत है तो इसे रोजमर्रा की व्यस्तता के चलते होने वाली आम समस्या समझने की भूल न करें. एक ताजा अध्ययन में पता चला है कि कंधे का दर्द दिल की बीमारी होने के खतरे का संकेत भी हो सकता है.

अमेरिका के यूटा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसीन के प्रोफेसर कुर्ट हेगमैनन के अनुसार यदि किसी को कंधे को घुमाने में समस्या है तो यह कुछ दूसरी ही दिक्कत का संकेत है. उन्हें दिल की बीमारी होने के जोखिम कारकों पर नजर रखने की जरूरत है.

इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 1,226 कुशल श्रमिकों के आंकड़ों का विश्लेषण किया. इसमें प्रतिभागियों में ज्यादातर दिल के रोगों के जोखिम कारक देखे गए जिनमें उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह के लक्षणों वाले लोगों में कंधों से जुड़ी दिक्कतें पाई गईं.

ऐसे प्रतिभागी, जिनमें दिल की बीमारी होने का संकेत देने वाले लक्षण नहीं पाए गए, उनकी तुलना में लक्षणों से युक्त प्रतिभागियों में कंधे का दर्द 4.6 गुना ज्यादा रहा. हेगमैनन ने कहा कि दिल के रोगों से जुड़े कारक नौकरियों के कारण पैदा होने वाली इस तरह की समस्याओं से ज्यादा उलटा सिर और कंधे क्या है? महत्वपूर्ण थे. यह संभव है कि रक्तचाप और दूसरे दिल के जोखिम कारकों को नियंत्रित कर कंधे की परेशानी को कम किया जा सकता है.

सिर पर चोट लगने पर इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकती है दिक्कत

सिर पर चोट लगने पर इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकती है दिक्कत

जब कभी सिर पर चोट लग जाती है तो उस समय कुछ बातों पर आपका ध्यान उलटा सिर और कंधे क्या है? जाना बेहद जरूरी है क्योंकि जरा-सी भी गलती शरीर को बहुत ही नुकसान पहुंचा सकती है। कभी-कभी चोट के बाद सिर बाहर से तो ठीक दिखाई देता है, लेकिन ब्रेन के अंदर खून जमने लगता है जो बाद में ब्लड कैंसर या फिर कई अन्य बीमारी हो जाती है। इसलिए उस चोट का सही उपचार करना बेहद ही आवश्यक होता है।

सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लेनी है जरूरी

सिर ऊपर से जितना कड़क और मजबूत दिखाई देता है अंदर से वो उतना ही नाजुक होता है। कभी-कभी सिर की चोट नर्वस सिस्टम को बुरी तरह से डैमेज भी कर देती है। इसलिए जब कभी सिर पर चोट लग जाती है तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। चोट लगते ही आप घायल व्यक्ति को डॉक्टर के पास तो लेकर जाएंगे ही, उससे पहले डॉक्टर से कॉल करके पूछ सकते हैं कि उस समय स्थिति को कैसे संभाले।

चोट ग्रस्त व्यक्ति को हिलाए-डुलाए नहीं

ऐसा न उलटा सिर और कंधे क्या है? सिर्फ सिर पर चोट लगने वाले व्यक्ति के साथ करना चाहिए बल्कि किसी उलटा सिर और कंधे क्या है? भी मरीज को अधिक हिलाना-डुलना नहीं चाहिए। चाहें वो हाथ-पैर या कंधे में चोट लगा मरीज ही क्यों न हो। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मष्तिक में चोट लगने वाले मरीज को अधिक हिलाने-डुलाने से उसे सांसे लेने में परेशानी होती है और कभी-कभी अधिक ब्लीडिंग भी होने लगता है। इसलिए ऐसा कुछ न उलटा सिर और कंधे क्या है? करें।

चोट को छूने की न करें गलती

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि जिस चोट या बीमारी के बारे में आप नहीं जानते उसका इलाज खुद से नहीं करना चाहिए। ऐसे ही चोट लगने पर घाव को बार-बार छूना अधिक खतरा बढ़ा सकता है। अगर घाव में से खून नजर आ रहा है तो उसे साफ कपड़े से हल्का बांध लें और तुरंत किसी नजदीकी अस्पताल में जाएं। अगर सिर से खून बह रहा है तो उसे रोकने की हर संभव कोशिश करें।

इन बातों का भी रखें खास ध्यान

1) सिर पर चोट लगे मरीज को बेचैनी हो तो उसके आस-पास की जगह को थोड़ा खाली कर दें ताकि वह असहज महसूस न करें। 2) अगर सिर पर चोट लगे व्यक्ति को उल्टी हो रही हो तो उसे सीधा खड़ा कर दें या फिर उसे आराम उलटा सिर और कंधे क्या है? से एक करवट लेटा दें। 3) अगर व्यक्ति बेहोश पड़ा है और सांस नहीं ले पा रहा है तो उसे मुंह से सांस भी दे सकते हैं और उलटा सिर और कंधे क्या है? जल्द एंबुलेंस को बुला लें।

Muscle Pain Relief : कंधे, गर्दन और पीठ दर्द से परेशान हैं, तो इन 4 उपायों को अपनाएं

कंधे, गर्दन और पीठ दर्द से परेशान हैं, तो इन 4 उपायों को अपनाएं

Muscle Pain Relief पीठ के ऊपरी हिस्‍से यानि गर्दन और कंधे में दर्द होने का सबसे बड़ा कारण स्लाउचिंग यानि सोने और बैठते का तरीका जिम्मेदार है। रात को सोते समय गलत पोश्‍चर की वजह से यह दर्द हो सकता है जिसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। क्या आप गर्दन और कंधे के दर्द की वजह से परेशान हैं? दर्द इतना ज्यादा परेशान करता है कि रात को नींद भी नहीं आती। आप जानते हैं कि पीठ के ऊपरी हिस्‍से यानि गर्दन और कंधे में दर्द होने का कारण क्या है। इस दर्द का सबसे बड़ा कारण स्लाउचिंग यानि सोने और बैठते का तरीका जिम्मेदार है। रात को सोते समय गलत पोश्‍चर की वजह से यह दर्द हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। इस दर्द के कारण आपका उठना-बैठना और सोना सब कुछ दूभर हो जाता है, इसलिए जरूरी है कि इसका समय पर उपचार किया जाए। आइए जानते हैं कि इस दर्द से निजात पाने के लिए किन-किन उपायों को अपना सकते हैं।

सबसे पहले तकिया बदल दें:

आपको ऐसे तकिए का इस्तेमाल करना चाहिए जो गर्दन और पीठ को आराम दें। कंधों और पीठ के दर्द का कारण आपका तकिया हो सकता है। आप जिस तकिए पर सो रहे हैं वो तकिया आपके दर्द का कारण हो सकता है। कई बार तकिए के अंदर का मटेरियल फट जाता है तो तकिया का उलटा सिर और कंधे क्या है? शेप बिगड़ जाता है जो पीठ में दर्द का सबसे बड़ा कारण है। अपनी स्लीपिंग पोजीशन के मुताबिक ही आप अपने तकिए का चुनाव करें।

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कमर के नीचे रखें तौलिया:

अगर सोते समय पीठ में दर्द रहता है तो तौलिए का एक रोल बनाकर पीठ के नीचे लगाएं और फिर सोए। तौलिया लगाने से दर्द से आराम मिलेगा साथ ही आपको नींद भी अच्छी आएगी।

घुटनों के बीच में तकिया लगाकर सोए:

दोनों घुटनों के बीच तकिया रखकर सोने से आपको दर्द से आराम मिलेगा और नींद भी सुकून से आएगी। घुटनों के बीच तकिया आपकी रीढ़ और हिप्स को बेहतर स्थिति में रखने में मदद करेगा।

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स्‍ट्रेचिंग और एक्‍सरसाइज करें:

लगातार पीठ और कंधे के दर्द से परेशान हैं तो आप सबसे पहले अपना लाइफस्टाइल चेंज करें। स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज करने की आदत डाले। पीठ में ज्यादा दर्द रहने पर आप कोब्रा पोज, काओ पोज, चाइल्‍ड पोज जैसी स्‍ट्रेचिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, वॉकिंग, जॉगिंग को अपनी लाईफ में जरूर शामिल करें। यह एक्सरसाइज मसल्‍स की स्टिफनेस दूर करेगी और जल्द ही आपको आराम भी मिलेगा।

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डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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