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UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 14 October, 2022 UPSC CNA in Hindi

निम्नलिखित में से किस राष्ट्रीय उद्यान का उल्लेख यहाँ किया जा रहा है?

(a) बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान

(b) देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान

(c) मौलिंग राष्ट्रीय उद्यान

(d) नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान

उत्तर: d

व्याख्या:

  • नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1983 में अरुणाचल प्रदेश में स्थापित एक विशाल संरक्षित क्षेत्र है।
  • 1,000 से अधिक फूलों और लगभग 1,400 जीव प्रजातियों के साथ, यह पूर्वी हिमालय में एक जैव विविधता हॉटस्पॉट है।
  • यह पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश राज्य में चांगलांग जिले के भीतर भारत और म्यांमार के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है।
  • यह दुनिया का एकमात्र उद्यान है जहां बड़ी बिल्ली की चार प्रजातियां हैं बाघ (पैंथेरा टाइग्रिस), तेंदुआ (पैंथेरा पार्डस), हिम तेंदुआ (पैंथेरा उनसिया) और धूमिल तेंदुआ (नियोफेलिस नेबुलोसा) पाई जाती हैं।
  • हालाँकि, राष्ट्रीय उद्यान में हिम तेंदुओं को अभी तक न तो देखा गया है और न ही दर्ज किया गया है और हाल के सर्वेक्षण के आधार पर वन्यजीव अधिकारियों को हिम तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि का इंतजार है।
  • भारत में पाई जाने वाली एकमात्र ‘वानर’ प्रजाति, हूलॉक गिबन्स, इस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है।

प्रश्न 5. भारत के संदर्भ में, ‘अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)’ के ‘अतिरिक्त नयाचार (एडिशनल प्रोटोकॉल)’ का अनुसमर्थन करने का निहितार्थ क्या है? (CSE-PYQ-2018)(स्तर – कठिन)

(a) असैनिक परमाणु रिएक्टर IAEA के रक्षोपायों के अधीन आ जाते हैं।

(b) सैनिक परमाणु अधिष्ठान IAEA के निरीक्षण के अधीन आ जाते हैं।

(c) देश के पास नाभिकीय पूर्तिकर्ता समूह (NSG) से यूरेनियम के क्रय का विशेषाधिकार हो जाएगा।

(d) देश स्वतः NSG का सदस्य बन जाता है।

उत्तर: a

व्याख्या:

  • पुराने आईएईए (International Atomic Energy Agency (IAEA)) सुरक्षा उपायों के तहत सभी एनपीटी हस्ताक्षरकर्ता अपने परमाणु स्थलों को निर्दिष्ट करेंगे और आईएईए निर्दिष्ट स्थलों का निरीक्षण करेगा।
  • इस प्रकार, आईएईए, पुराने सुरक्षा उपायों के तहत, केवल किसी देश द्वारा घोषित या निर्दिष्ट स्थलों पर ही अनधिकृत गतिविधियों के लिए निरीक्षण कर सकता था।
  • इस अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं प्रकार इसने मूल रूप से राष्ट्रों के लिए गुप्त परमाणु कार्यक्रम चलाने का एक विकल्प खुला छोड़ दिया – जैसा कि इराक के मामले में हुआ था।
  • इस प्रकार, वर्ष 1993 में, IAEA ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के लिए अतिरिक्त प्रोटोकॉल (AP) तैयार किए।
  • हालांकि, भारत विशिष्ट अतिरिक्त प्रोटोकॉल आईएईए को उन गतिविधियों में बाधा डालने या हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं देते हैं जो भारत के सुरक्षा समझौतों के दायरे से बाहर हैं, इस प्रकार भारत IAEA समझौते के बाहर एक सैन्य परमाणु कार्यक्रम के संचालन का अधिकार सुरक्षित रखता है।

UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :

प्रश्न 1. “पेलेट संयंत्र और टॉरफेक्शन दिल्ली के प्रदूषण का जवाब हो सकता है”। व्याख्या कीजिए। (150 शब्द, 10 अंक) (जीएस-3; पर्यावरण)

प्रश्न 2.”मनरेगा योजना महामारी के दौरान और बाद विफलता और एक सफलता दोनों थी”। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द, 15 अंक) (जीएस-2; शासन)

Stock Market Update : शेयर बाजारों अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं में आई तेजी, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी चढ़े, डॉलर के मुकाबले रुपया टूटा

Stock Market Update : शेयर बाजारों में तेजी का रुख देखा जा रहा है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ऊपर चढ़कर कारोबार करते हुए देखे गए हैं. वहीं, अमेरिकी डॉलर अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं के मुकाबले रुपया आज टूटा है.

Published: December 19, 2022 10:58 AM IST

Sensex jumps up today in initial trade.

Sensex Today : घरेलू शेयर बाजारों में बीते दो सत्रों से जारी गिरावट का दौर थम गया और सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त रही.

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इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 127.48 अंक की तेजी के साथ 61,465.29 अंक पर पहुंच गया। व्यापक एनएसई निफ्टी 37.85 अंक बढ़कर 18,306.85 अंक पर था.

सेंसेक्स में पॉवर ग्रिड, विप्रो, आईटीसी, भारती एयरटेल, नेस्ले, अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा तथा एचडीएफसी बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.

दूसरी ओर टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में गिरावट हुई.

अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजारों में गिरावट रही। अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं अमेरिकी बाजार भी शुक्रवार को नुकसान के साथ बंद हुए थे.

पिछले कारोबारी सत्र में, शुक्रवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 461.22 अंक यानी 0.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,337.81 अंक पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 145.90 अंक यानी 0.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,269 अंक पर बंद हुआ था.

अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 1.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79.91 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 1,975.44 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

डॉलर के मुकाबले टूटा रुपया

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी और घरेलू बाजार से विदेशी पूंजी की निकासी के बीच रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 82.77 के स्तर पर आ गया.

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी की वजह से रूपये की गिरावट सीमित रही.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.80 पर कमजोर खुला, फिर कुछ बढ़त के साथ 82.77 के स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की गिरावट को दर्शाता है.

रुपया पिछले सत्र में, शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 82.75 पर लगभग सपाट बंद हुआ था.

इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.54 पर आ गया.

वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.20 फीसदी की तेजी के साथ 79.99 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया.

(With Agency Inputs)

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डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे गिरकर 75.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद

शुरुआती बढ़त के बाद डॉलर के मुकाबले रुपये में दर्ज हुई गिरावट

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: June 03, 2020 18:54 IST

dollar vs rupee- India TV Hindi

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dollar vs rupee

नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख के बावजूद बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11 पैसे की हानि के साथ 75.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख, विदेशी निधियों का प्रवाह, व्यावयायिक गतिविधियों के फिर से शुरु होने और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने स्थानीय मुद्रा को समर्थन प्रदान किया लेकिन कारोबारी अभी भी चीन अमेरिका तनाव को लेकर आशंकित है। उनके मुताबिक अभी भी अमेरिका -चीन व्यापार युद्ध सहित कई सारे जोखिम मौजूद हैं जिससे पहले चरण का समझौता प्रभावित हो सकता है। इसी वजह से रुपये में गिरावट देखने को मिली।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 75.04 पर मजबूत खुला लेकिन बाद में शुरुआती बढ़त खत्म हो गई और कारोबार के अंत में रुपये की विनिमय दर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11 पैसे की हानि के साथ 75.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई। मंगलवार को यह 75.36 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान रुपये ने 75.04 के उच्च स्तर और 75.52 के निम्न स्तर को छुआ।

600 अरब डॉलर से ज्‍यादा विदेशी मुद्रा रखने वाला दुनिया का 5 वां देश बना भारत, रूस से है बस इतना पीछे

बीते एक साल में अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 100 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। पिछले साल 5 जून को भारत ने विदेशी मुद्रा में में 500 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था। जिसके बाद से लगातार भारत की विदेशी पूंजी में इजाफा देखने को मिल रहा है।

600 अरब डॉलर से ज्‍यादा विदेशी मुद्रा रखने वाला दुनिया का 5 वां देश बना भारत, रूस से है बस इतना पीछे

कोरोना काल में बढ़ा विदेशी निवेश (Image: Pixabay)

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर को पार करने के साथ रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है। भारत अब उन देशों के क्‍लब में शामिल हो गया है जिनके पास 600 अरब डॉलर से ज्‍यादा फॉरेक्‍स रिजर्व है। वैसे भारत के मुकाबले चीन के पास 5 गुना और जापान के पास दो गुना विदेशी मुद्रा भंडार है। वहीं रूस से भारत काफी कम अंतर से पीछे है , जिसे देश काफी जल्‍दी पीछे छोड़ सकता है। वहीं टॉप थ्री में पहुंचने के लिए भारत को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। तीसरे पायदान पर स्विट्जरलैंड है , जिसके पास एक हजार अरब डॉलर से ज्‍यादा का विदेशी मुद्रा भंडार है। जानकारों की मानें तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने का कारण विदेशी निवेशकों का लगातार भारतीय बाजार में निवेश है।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4 जून को खत्‍म हुए सप्‍ताह में 6.842 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। जिसके बाद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 605.008 अरब डॉलर प‍हुंच गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 7.362 अरब डॉलर बढ़कर 560.890 अरब डॉलर हो गईं। आपको बता दें क‍ि 28 मई को हुए समाप्‍त सप्‍ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.271 अरब डॉलर का इजाफा लेकर 598.165 अरब अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं डॉलर हो गया था।

गोल्‍ड रिजर्व में गिरावट : अगर गोल्‍ड रिजर्व की करें तो इस दौरान इसमें गिरावट देखने को मिली है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार स्वर्ण भंडार 50.2 करोड़ डॉलर घटकर 37.604 अरब डॉलर पर आ गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ में विशेष आहरण अधिकार 10 लाख डॉलर घटकर 1.513 अरब डॉलर रह गए हैं। वहीं , आईएमएफ के पास आरक्षित देश का भंडार भी 1.6 करोड़ डॉलर घटकर पांच अरब डॉलर रह गया।

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दुनिया के टॉप 5 देशों में शामिल : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर होने के साथ ही दुनिया के टॉप देशों में शामिल हो गया है। जिनका विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर या उससे ज्‍यादा है। भारत से आगे रूस , स्विट्जरलैंड , जापान और चीन हैं। जबकि दुनिया के तमाम अमीर देश जैसे सिंगापुर , जर्मनी , यूके , फ्रांस , इटली जैसे देशों को काफी पीछे छोड़ दिया है। अमरीका इस मामले में 21 वें पायदान पर है।

अभी लंबा है टॉप 3 का सफर : भले ही दुनियाभर विदेशी निवेश भारत में पूंजी लगा रहे हों और भारत की विदेशी पूंजी में इजाफा करने में मदद कर रहे हों , लेकिन टॉप थ्री की पोजिशन हासिल करने में भारत को अभी थोड़ा लंबा सफर तय करना पड़ सकता है। आंकड़ों को देखें तो तीसरे पायदान पर स्विट्जरलैंड अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं है जिसके पास विदेशी मुद्रा भंडार 1070.369 अरब डॉलर विदेशी भंडार है। इसी रफ्तार के साथ भारत आगे बढ़ता है तो यहां तक पहुंचने में भारत को पांच साल तक का इंतजार करना पड़ सकता है।

चीन 5 गुना तो जापान दोगुना आगे : दुनिया मतें सबसे ज्‍यादा विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाला चीन भारत के मुकाबले इस में मामले पांच गुना आगे हैं। चीन के पास मौजूदा समय में 3330.405 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार है। जबकि एशिया का दूसरा सबसे सबसे संपन्‍न देश जापान के पास विदेशी विदेशी मुद्रा भारत से दोगुना से भी ज्‍यादा है। जापान के पास मौजूदा समय में 1378.467 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार है। ऐसे में भारत को पहुंचने में ज्‍यादा समय लग सकता है।

रूस को जल्‍द छोड़ सकता है पीछे : वहीं बात रूस की करें तो भारत जल्‍द पीछे छोड़ सकता है। दोनों के बीच 192 मिलियन डॉलर का अंतर है। मौजूदा समय में रूस का विदेशी मुद्रा भंडार 605.200 अरब डॉलर है। अगर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में यही तेजी जारी रहती है तो अगले सप्‍ताह के आंकड़ों में भारत रूस को पीछे छोड़ता दिखाई दे सकता है।

डालर के मुकाबले रुपया 48 पैसे गिरकर 69.72 रुपये प्रति डालर पर पहुंचा

घरेलू शेयर बाजार में तेजी एवं अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्रा में मजबूती से भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 48 पैसे मजबूत होकर 69.72 रुपये प्रति डालर के स्तर पर पहुंच.

डालर के मुकाबले रुपया 48 पैसे गिरकर 69.72 रुपये प्रति डालर पर पहुंचा

घरेलू शेयर बाजार में तेजी एवं अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्रा में मजबूती से भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 48 पैसे मजबूत होकर 69.72 रुपये प्रति डालर के स्तर पर पहुंच गया। व्यापारियों के मुताबिक निर्यातकों और बैंकों द्वारा डालर बिक्री से रुपये की विनिमय दर में यह वृद्धि दर्ज की गयी।

उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के ऊंचे दाम और विदेशी मुद्रा प्रवाह से हालांकि रुपये की बढ़त पर थोड़ा विराम लग गया। ब्रेंट कच्चे तेल का दाम शुक्रवार को 2.14 प्रतिशत की उछाल के साथ 57.15 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को विदेशी कोषों ने शुद्ध रूप से 157.72 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा की निकासी की गई, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 240.60 करोड़ रुपये मूल्य अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं के शेयरों की खरीदारी की।

विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 69.95 के स्तर पर खुला और निर्यातकों की डॉलर बिक्री से 69.अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं 66 के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, आखिर में यह 69.72 के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले बृहस्पतिवार को रुपये लगातार दूसरे दिन कमजोर रहा और डॉलर के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 70.20 के स्तर पर बंद हुआ था।

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